ब्रह्मोस मिसाइल दुर्घटना पर भारत को मिला अमेरिका का साथ

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पाकिस्‍तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भारत के मिसाइल हादसे को संयुक्‍त राष्‍ट्र तक लेकर पहुंच गए हैं। कुरैशी ने दावा किया कि भारत ने पाकिस्‍तान के हवाई क्षेत्र का उल्‍लंघन किया है। इस बीच भारत के पक्ष को उस समय बड़ा समर्थन मिला जब अमेरिका ने भी इसे दुर्घटना ही माना।कुरैशी ने संयुक्‍त राष्‍ट्र महासचिव से बातचीत के दौरान इस पूरे मामले की संयुक्‍त जांच की मांग को दोहराया जिसे भारत खारिज कर चुका है। कुरैशी ने दावा किया कि भारत के रणनीतिक हथियारों के प्रबंधन में कई तकनीकी गड़बड़‍ियां हैं। उन्‍होंने आरोप लगाया कि भारत के गैर जिम्‍मेदाराना व्‍यवहार कर रहा है और अंतरराष्‍ट्रीय समुदाय खासकर संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद को निश्चित रूप से इसे देखना चाहिए।

एक पाकिस्‍तानी अधिकारी ने कहा, ‘हम अभी भी भारत के जवाब का इंतजार कर रहे हैं।’ पाकिस्‍तान ने भारत के दुर्घटना पर खेद जताने और कोर्ट ऑफ इंक्‍वायरी को खारिज कर दिया है। पाकिस्‍तान ने कई सवालों के जवाब भारत से मांगे हैं।इस बीच मिसाइल दुर्घटना में जहां चीन ने पाकिस्‍तान के सुर में सुर मिलाया है, वहीं भारत को अमेरिका ने खुलकर समर्थन किया है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हाल ही में भारत की ओर से पाकिस्तान में गिरी मिसाइल के दुर्घटनावश चलने के अलावा अन्य कोई कारण नजर नहीं आता है। इससे पहले भारत ने शुक्रवार को कहा था कि गलती से एक मिसाइल चल गई थी, जो पाकिस्तान में गिरी और यह ‘खेदजनक’ घटना नियमित रख रखाव के दौरान एक तकनीकी गड़बड़ी के कारण हुई थी।अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने सोमवार को कहा, ‘जैसा कि आपने हमारे भारतीय साथियों से भी सुना है कि यह घटना एक गलती के अलावा और कुछ भी नहीं थी, हमें भी इसके पीछे और कोई कारण नजर नहीं आता है।