कोरोना ने लोगों के लाइफ स्टाइल को पूरी तरह से बदल दिया है। लोग घरों से निकलना अवॉयड कर रहे हैं। वर्कआउट भी लगभग बंद ही है। ऑनलाइन क्लासेज और ऑफिस का सारा काम घर के ड्राइंग रूम से ही हो रहा है। खासतौर पर 10 से 30 वर्ष तक के युवा इन दिनों 5-8 घंटे तक ऑनलाइन बिता रहे हैं। यही वजह है कि अब लोगों में स्पाइनल पेन, बैक पेन और शरीर में अकड़न की समस्या बढ़ गई है। ऐसी परेशानियों से निजात पाने के लिए लोग अब कई तरीके भी अपना रहे हैं। कोई डॉक्टर्स की सलाह ले रहा है तो कोई अपने गद्दे बदल रहा है। डॉक्टर्स की सलाह परऐसे स्लिम फ्रेंडली गद्दे ले रहे हैं, जो लेटते ही न सिर्फ गहरी नींद दें, बल्कि गलत पॉश्चर के कारण शरीर में हो रहे दर्द को भी छू-मंतर कर दे।
6 महीने में 30 प्रतिशत बढ़ी समस्या
सिविल अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर पंकज अग्रवाल के अनुसार पिछले 6 महीने में ऑनलाइन क्लास और वर्क फ्रॉम होम की वजह से 30 प्रतिशत केस में बढ़ोतरी हुई है, जिनको कंधों का दर्द, कमर दर्द, पीठ दर्द व आंखों की समस्या हुई है। वर्क फ्रॉम होम वाले सुबह 9 से शाम 6 बजे तक लगातार बैठ रहे हैं। इन सबका बैठने का तरीका अलग-अलग होता है। कोई सोफे पर कोई पलंग पर तो कोई दीवार का सहारा ले रहा है, जो कि सही नहीं है।
हर 40 मिनट के बाद करें वॉक
अक्सर घर पर बेड पर लेट कर काम करते हैं इससे हाथ व कंधे में दर्द की समस्या बढ़ रही है। ऑफिस वर्क करते घंटों तक एक ही पॉश्चर में बैठे रहते हैं इसलिए हर 40 मिनट के बाद 5-7 मिनट की वॉक करनी चाहिए। घंटों गोद में रखकर लैपटॉप चलाने से गर्दन ज्यादा झुकती है और स्पॉन्डिलाइटिस की समस्या हो जाती है। घर में काम करते समय पीठ झुकाकर बैठते हैं जिससे कमर व पीठ का दर्द होता है।
हमेशा कुर्सी व टेबल का प्रयोग करें
लैपटॉप व आंखों का लेवल 90 डिग्री पर होना चाहिए। लंबे समय तक काम करने के लिए लैपटॉप के बजाय डेशबोर्ड का इस्तेमाल करना चाहिए। डेशबोर्ड का आंखों के साथ संपर्क बेहतर होता है। इसमें कीबॉर्ड, माउस व मॉनिटर तीनों अलग अलग रहते हैं इससे मूवमेंट बना रहता है व सिटिंग भी बेहतर होती है।बिताएं बच्चों के साथ वक्त
लगातार सिटिंग से यह समस्या यंगस्टर और बच्चों में ज्यादा आ रही है। ऐसे में पैरंट्स की जिम्मेदारी है कि वे बच्चों को टाइम टू टाइम ब्रेक लेने को कहें और उनके साथ समय बिताएं। इस दौरान ऑयली फूड से परहेज करें, एनर्जी बनाए रखने के लिए फ्रूट्स व प्रोटीन को अपनी डाइट में शामिल करें।