हरियाणा में 7 जिलों को छोड़ दें तो अन्य 15 जिलों में मानसून जमकर बरस रहा है। 23 से 29 जून तक प्रदेश में ओवर आल सामान्य से 180 प्रतिशत बारिश ज्यादा हुई है। बात पूरे जून महीने की करें तो 50.5 एमएम सामान्य बारिश के मुकाबले 44 प्रतिशत बारिश ज्यादा रिकॉर्ड हुई है। माैसम विभाग का मानना है कि राज्य में महीने में बड़े स्तर पर अधिक वर्षा हुई है। अभी मानसून बरसना बाकी है। सावन में लगने वाली बारिश का झड़ी का लोगों को इंतजार है।
IMD की ओर से एक सप्ताह में हुई बारिश का जो डाटा जारी किया गया है, उसमें जून महीने के अंतिम 7 दिनों में झज्जर में 760 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है, जो कि प्रदेश में सबसे ज्यादा रही। फतेहाबाद एक ऐसा जिला है, जहां सामान्य बारिश के मुकाबले इस सप्ताह 72 प्रतिशत कम बारिश हुई है। जो कि प्रदेश में सबसे कम है। पांच जिलों में जहां जमकर बारिश हुई है, वहीं पांच जिले सूखे का सामना कर रहे हैं। यहां मानसून की बारिश का किसानों को इंतजार है।
हरियाणा में मानसून ने 25 जून काे दस्तक दी थी। प्रदेश के कुछ जिलों में अभी भी मानसून की बारिश शुरू नहीं हुई है। जींद, फतेहाबाद व सिरसा भी उनमें से एक है। प्रदेश में इस सप्ताह हुई बारिश के आंकड़े पर गौर करें तो प्रदेश में सात दिनों में औसतन 17. 5 एमएम सामान्य बारिश के मुकाबले 180 प्रतिशत पानी ज्यादा बरसा है।
एक सप्ताह में यहां कम बारिश
अंबाला, फतेहाबाद, हिसार, जींद व पंचकूला 5 ऐसे जिले हैं जहां बारिश सामान्य से बहुत कम हुई है। फतेहाबाद में तो औसतन 2.4 एमएम बारिश ही हुई है, जबकि यहां सामान्य बारिश 8.5 एमएम आंकी गई है। इसके बाद जींद में 61 प्रतिशत और हिसार में 50 प्रतिशत बारिश कम हुई है। पंचकूला में यह आंकड़ा 20 प्रतिशत रहा।
देखें 23 से 29 जून तक कहां कितनी बारिश | |||
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जिला | वर्षा हुई | सामान्य | %अंतर |
अंबाला | 33.9 | 40.8 | -17 कम |
भिवानी | 31.8 | 12.6 | 152 |
च.दादरी | 94 | 17.1 | 450 |
फरीदाबाद | 36.7 | 14:5 | 153 |
फतेहाबाद | 2.4 | 8.5 | -72 कम |
गुरुग्राम | 63.4 | 16.6 | 282 |
हिसार | 6.3 | 12.6 | -50 कम |
झज्जर | 104.1 | 12.1 | 760 |
जींद | 6.3 | 16 | -61 कम |
कैथल | 17 | 15.1 | 13 |
करनाल | 98.7 | 21.6 | 357 |
कुरुक्षेत्र | 45.2 | 15.3 | 195 |
महेंद्रगढ़ | 67.8 | 26.7 | 154 |
मेवात | 56.9 | 23.2 | 145 |
पलवल | 30.3 | 13.9 | 118 |
पंचकूला | 30.1 | 37.6 | -20 कम |
पानीपत | 127.9 | 24.3 | 426 |
रेवाड़ी | 40.9 | 20.1 | 013 |
रोहतक | 72.6 | 15.3 | 374 |
सिरसा | 38 | 6.7 | 467 |
सोनीपत | 125.2 | 17.3 | 624 |
यमुनानगर | 94.3 | 40.6 | 132 |
हरियाणा | 49.1 | 17.5 | 180 |
इन 5 जिलों में खूब बारिश
23 से 29 जून तक झज्जर और सोनीपत में जबरदस्त पानी बरसा है। झज्जर में औसतन 104.1एमएम बारिश हुई है। जो कि यहां सामान्य से 760 प्रतिशत ज्यादा रही। इसी प्रकार सोनीपत में औसतन 125.2 एमएम बारिश हुई, जो कि सामान्य बारिश 17.3 की तुलना में 624 प्रतिशत ज्यादा है। इसके अलावा चरखी दादरी में 450%, करनाल में 357%, पानीपत में 426% व सिरसा में 467:% ज्यादा है। इन जिलों में इंद्रदेव खूब मेहरबान रहे हैं।
धान उत्पादक किसान परेशान
जींद, हिसार में सामान्य से कम बारिश हुई है। दोनों ही जिलों में खरीफ में धान अन्य फसलों की तुलना में ज्यादा लगाई जाती है। हालांकि फतेहाबाद में भी धान का अच्छा खासा रकबा है, लेकिन वहां कपास की खेती पर ज्यादा जोर रहता है। प्रदेश में धान की रोपाई का काम चल रहा है। ऐसे में जिन जिलों में सामान्य से बेहद कम बारिश हुई है, वहां किसान टकटकी लगाए आसमान को ताक रहे हैं कि कब उनके यहां इंद्रदेव मेहरबान होंगे। कुछ किसानों ने अच्छी बारिश का अनुमान लगा धान लगा भी दी है, लेकिन अब वे उसमें पानी लगाने में समस्या झेल रहे हैं।
2 जुलाई तक प्रदेश में ऐसे हालात
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खीचड़ ने बताया कि राज्य में मौसम आमतौर पर 2 जुलाई तक परिवर्तनशील रहने की संभावना है। राजस्थान के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने और बंगाल की खाड़ी की तरफ से आ रही नमी वाली मानसूनी हवाओं के साथ अब अरब सागर की तरफ से भी हवाएं उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र की तरफ बढ़ने लगी हैं।
इसके चलते वातावरण में नमी की मात्रा की अधिकता होने से राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में मानसून की सक्रियता अगले 3 दिनों में बढ़ने की संभावना है। 29 जून से 1 जुलाई के दौरान उत्तरी जिलों में हवा के साथ ज्यादातर स्थानों पर बीच बीच में मध्यम से तेज बारिश होने की संभावना है। पश्चिमी व दक्षिणी जिलों में इस दौरान कहीं कहीं हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। दिन के तापमान में कुछ गिरावट हो सकती है।