लोकसभा चुनाव के मद्दे नजर राजनीतिक दल एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टी ने अपनी रणनीति तैयार कर ली है। छत्तीसगढ़ में होने वाले लोकसभा चुनाव में पार्टियों ने स्थानीय मुद्दों को सबसे ऊपर रखा है। इन्हीं मुद्दों में से कुछ ऐसे हैं जो कांग्रेस के लिए लोकसभा चुनाव में काफी मददगार रह सकते हैं।
लोकसभा चुनाव के दौरान स्थानीय मुद्दे भी काफी प्रभाव डालेंगे। इनमें बेरोजगारी और महंगाई, वादा खिलाफी, ट्रेनों की लेट लतीफी के साथ हसदेव मुद्दा लोगों के बीच पैठ जमा चुके हैं। इन मुद्दों को अगर कांग्रेस भुनाने में सफल हो जाती है तो बीजेपी को काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है।
छत्तीसगढ़ में युवाओं के लिए अभी सबसे बड़ा मुद्दा उनके बेरोजगारी का है। वहीं, परिवार के लिए महंगाई बड़ा मुद्दा हो जाता है। जो लोग ट्रेनों के भरोसे यात्रा करते हैं उनके लिए ट्रेन बड़ा मुद्दा होता है और आदिवासियों के लिए इस वक्त छत्तीसगढ़ में हसदेव जंगल कटाई सबसे अहम मुद्दा है। बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे पर तो कई जगहों पर कांग्रेस ने बीजेपी की केंद्र सरकार पर निशाना साधते रही है। लेकिन विधानसभा चुनाव के दौरान इस मुद्दे पर कांग्रेस ज्यादा फोकस कर रही है।
हाल ही में पार्टी के यूथ विंग ने मुख्यमंत्री निवास का घेराव भी इसी मुद्दे को लेकर किया था। कुल मिलाकर देखा जाए तो युवाओं को और महिलाओं को बेरोजगारी के मुद्दे पर कांग्रेस आगे करने की कोशिश कर रही है। इससे पहले युवाओं ने ग्रामीण क्षेत्र में जाकर बेरोजगारी फॉर्म भी भरवाए थे।