सात राइस मिलों में करीब 75 करोड़ रुपये के धान घोटाले के तार बिहार से भी जुड़ रहे हैं। वीरवार को एसआईटी आरोपी राइस मिलर संदीप सिंगला को लेकर बिहार रवाना हो गई। माना जा रहा है कि बिहार से सस्ती दर पर चावल खरीद मंगवा कर एफसीआई के गोदामों में सप्लाई किया जाना था। इसके लिए वहां के चावल कारोबारियों से संदीप की डील हो चुकी थी।
बिहार में किस जगह से कितने कारोबारियों से कितनी मात्रा में चावल आना था, इसकी निशानदेही कराने के लिए एसआईटी राइस मिलर को बिहार लेकर गई है। वहीं संदीप सिंगला की पत्नी की गिरफ्तारी अभी नहीं हो सकी है। जांच में यह भी पता चला है कि पत्नी को केवल कागजों में ही पार्टनर बनाया गया था। सारा काम संदीप सिंगला व उनके कर्मचारी ही संभाल रहे थे।
उधर, एसआईटी की पूछताछ में कुछ और राइस मिलरों व अधिकारियों के भी नाम सामने आए हैं। जिनसे मिलीभगत करके इस पूरे गबन को अंजाम दिया गया। अब पुलिस इन राइस मिलरों व अधिकारियों को पूछताछ के लिए सीआईए में बुलाएगी। संदीप सिंगला की गिरफ्तारी के बाद कई राइस मिलरों व अधिकारियों की नींद उड़ गई है। सभी को इस इस बात की चिंता सता रही है कि कहीं उनका नाम तो पूछताछ में नहीं बताया है। क्योंकि सीआईए की पूछताछ में उन्हें एक साथ कई सवालों का जवाब देना होगा।
सीआईए-वन की टीम संदीप सिंगला को बैंक में भी लेकर गई और उसके बैंक खातों के बारे में जानकारी ली गई। सूत्रों के अनुसार बैंक में मोटी रकम की ट्रांजेक्शन की बात सामने आ रही है। घोटाले के आरोपी राइस मिलर संदीप सिंगला से रिमांड के दौरान पूछताछ की जा रही है। निशानदेही के लिए टीम उन्हें बाहर लेकर गई है। जल्द मामले को सबके सामने लाया जाएगा। मामले में शामिल आरोपियों का किस स्तर पर क्या रोल था इसकी जांच की जा रही है।















































