दिल्ली-जयपुर हाईवे स्थित चांदूवास पुल के पास ईको में सवार बदमाशों ने कार में सवार पेट्रोल पंप के सेल्समैन व मैनेजर को टक्कर मारकर रोक लिया और पिस्तौल के बल पर उनकी कार से बैग लूट कर फरार हो गए। गनीमत यह रही कि वह बैग पैसों का न होकर लंच बॉक्स का था। बदमाश अपनी क्षतिग्रस्त ईको को वहीं पर छोड़ कर भाग गए।
सूचना पाकर पुलिस टीम में हडकंप मच गया। क्योंकि 4 वर्ष पूर्व इसी तरह वारदात कर बदमाशों ने उक्त पंप के सेल्समैन से 16 लाख रुपये लूटे थे। जानकारी के अनुसार दिल्ली-जयपुर हाईवे स्थित खेड़ा बैरियर के पास बने विरेन्द्र फिलिंग स्टेशन का सेल्समैन सुमित व मैनेजर योगेश सोमवार की दोपहर को अपनी कार में 8 लाख रुपये लेकर बैंक में जमा कराने के लिए निकले थे। इसी दौरान चांदूवास पुल के निकट ईको कार में सवार होकर आए बदमाशों ने उनकी कार का टक्कर मार दी। जिससे दोनों गाड़ियां बंद हो गई। इससे पूर्व कि सेल्समैन व मैनजर कार से बाहर निकलते बदमाशों ने उनकी कनपटी पर पिस्तौल लगा दी और चाबी छीनते हुए कार की डिक्की खोलने को कहा। जब डिग्गी में कुछ नहीं मिला तो बदमाशों ने कार की पिछली सीट पर रखे बैग को उठा लिया और मौके पर बाइक पर पहुंचे अपने साथी के साथ फरार हो गए।
2019 में लूटे थे 19 लाख
फिलिंग स्टेशन के मालिक विरेन्द्र छिल्लर ने बताया कि वर्ष 2019 में अक्तूबर माह में ही कार में सवार होकर आए बदमाशों ने पिस्तौल की नोक पर सेल्समैन से 16 लाख रुपये लूट लिये थे। जिनका अभी तक कोई सुराग नहीं लगा पाई है। उन्हें पूरा शक है कि बदमाशों ने रैकी कर फिर से इस घटना को अंजाम दिया है। गनीमत है कि उनके पैसे लूटने से बच गए और सेल्समैन व मैनेजर भी सुरक्षित लौट आए।
बैग में रखा था खाना और लस्सी
बैग में सेल्समैन व मैनेजर ने अपना खाना और लस्सी रखी थी।, बैग काफी भारी था। बदमाशों को लगा कि बैग में नकदी है। सेल्समैन व मैनेजर ने हिम्मत व सूझ-बूझ दिखाकर नकदी को लुटने से बचा लिया। उन्होंने नकदी को कहीं ओर छुपा कर रखा हुआ था। वारदात के दौरान दोनों गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई। आरोपी अपनी ईको कार को मौके पर छोड़ कर फरार हो गए। सूचना पाकर पुलिस टीमें मौके पर पहुंच गई और बदमाशों की कार को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी खंगाल रही है।