हरियाणा में अब इलेक्ट्रिक बसों का संचालन होगा। 10 जिलों में 800 बसें आएंगी। इनमें 600 नॉन एसी व 200 एसी बसें होंगी। एक बार बैटरी चार्ज होने पर बस 200 किमी का सफर तय करेगी। इन बसों में पहले से चल रही बसों के समान किराया लगेगा। जबकि एसी बसों में डेढ़ गुणा किराया लगेगा। बसों का संचालन नगर निगम द्वारा किए जाने पर विचार किया जा रहा है, इसके अलावा स्पेशल पर्पज व्हीकल योजना के तहत भी संचालन हो सकेगा। परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा मंगलवार को यह प्रपोजल सीएमओ को भेजेंगे। यहां से अनुमति मिलते ही बसें आएंगी। संभावना यही है कि नवंबर में पहली बस आएगी, जो महीनेवार बढ़ती रहेंगी। सरकार पहले भी 2000 अन्य बसें खरीदने की योजना बना चुकी है। बसों के लिए हरियाणा रोडवेज के अधिकारियों ने सीईसीएल कंपनी से संपर्क किया है, जहां इलेक्ट्रिक बसों के संचालन को लेकर बातचीत का दौर शुरू हुआ है। कंपनी की ओर से ड्राइवर, चार्जिंग स्टेशन, इलेक्ट्रिक रिपेयर मैनेजमेंट, बिजली खर्च आदि शामिल होगा। एक बस को 12 साल या 10 लाख किलोमीटर तक चलाने की योजना है। कंपनी की ओर से देश के 5 शहर सूरत, हैदराबाद, दिल्ली, बैंगलूर और कोलकाता के लिए 5,450 बसें देने के लिए टेंडर फाइनल हुआ है।रोडवेज अधिकारियों के अनुसार, एक बस की लंबाई 12 मीटर होगी, इसमें 50 प्लस सीट होंगी। यह बस एक बार चार्ज होने पर करीब 200 किलोमीटर का सफर तय करेगी। प्रपोजल पर सीएमओ से यदि इसी माह मुहर लग जाती है तो बसें नवंबर तक हरियाणा में आना शुरू हो जाएंगी। इन बसों का संचालन यूं तो शहरों में करने की योजना है, लेकिन इन बसों को दूसरे जिलों तक भी कनेक्ट किया जाएगा, हरियाणा में एक से दूसरे जिले की दूरी इतनी अधिक नहीं है। चूंकि बस 200 किलोमीटर तक चल सकेगी, रोडवेज डिपो में इन बसों की चार्जिंग की सुविधा मिलेगी।
हरियाणा के 10 जिलों में चलेंगी 800 इलेक्ट्रिक बसें, 200 एसी होंगी
Parmod Kumar