साल 2015 में प्रधानमंत्री सिंचाई योजना शुरू की गई थी. जिसे अब दो साल के लिए बढ़ा दिया गया है. आपको बता दें कि खेती करते वक्त किसानों को पानी की कमी न हो. इसीलिए प्रधानमंत्री सिंचाई योजना को शुरू किया गया था. केंद्रीय सरकार ने इस योजना के लिए 50 हजार करोड़ रुपये आवंटित किए है.
स्प्रिंकलर विधि से सिंचाई करने के लिए सरकार लागत का 80 से 90 फीसदी की छूट मिलती है. इस विधि से खेत को बिना समतल किए ही सिंचाई की जा सकती है. ढलानों या कम ऊंचाई पर ये विधि बहुत प्रभावी हो रही है.
क्यों हुआ प्रधानमंत्री सिंचाई योजना का ऐलान
इस योजना का उद्देश्य देश में सिंचाई प्रणाली में निवेश को आकर्षित करना, देश में खेती योग्य भूमि का विकास और विस्तार करना, पानी की बर्बादी को कम करने के लिए खेत में पानी का उपयोग बढ़ाना, पानी की बचत करने वाली तकनीकों और सटीक सिंचाई को लागू करके प्रति बूंद फसल में वृद्धि करना है.
कौन उठा सकता है प्रधानमंत्री सिंचाई योजना का फायदा
इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानो के पास कृषि योग्य भूमि होनी चाहिए . इस योजना इस योजना के पात्र लाभार्थी देश के सभी वर्ग के किसान होंगे.
PM Krishi Sinchai Yojana के तहत सेल्फ हेल्प ग्रुप्स, ट्रस्ट, सहकारी समिति, इंकॉर्पोरेटेड कंपनियां, उत्पादक कृषकों के समूहों के सदस्यो और अन्य पात्रता प्राप्त संस्थानों के सदस्यों को भी लाभ प्रदान किया जायेगा.
पीएम कृषि सिचांई स्कीम 2021 का लाभ उन संस्थानों और लाभार्थियों को मिलेगा जो न्यूनतम सात वर्षों से Lease Agreement के तहत उस भूमि पर खेती करते हो. कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग से भी यह पात्रता प्राप्त की जा सकती है.
कैसे मिलेगा प्रधानमंत्री सिंचाई योजना का फायदा
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के लिए किसानों को आधार कार्ड, पहचान पत्र, किसानो की ज़मीन के कागज़ात,
जमीन की जमा बंदी (खेत की नकल), बैंक अकाउंट पासबुक, पासपोर्ट साइज फोटो, मोबाइल नंबर की जरुरत होती है.
अब सरकार ने क्या किया फैसला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना को आगे बढ़ाने को मंजूरी मिल गई है. अब इस योजना को साल 2025-26 तक आगे बढ़ा दिया गया है.