पंडित सुरेश श्रीमाली के अनुसार इस बार महाशिवरात्रि पर वर्षों बाद दुर्लभ संयोग बन रहे हैं. इस साल महाशिवरात्रि के दिन ही शनि प्रदोष व्रत भी है. शनि प्रदोष व्रत पुत्र प्राप्ति के लिए किया जाता है. साथ इस दिन वाशी योग, सुनफा योग, शंख योग और शाम 5 बजकर 41 मिनट के बाद सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग बन रहा है. इन शुभ योगों में किए गए पूजा-पाठ और कार्यों का कई गुना अधिक फल मिलता है.महाशिवरात्रि पर 30 साल बाद खास योग (Mahashivratri 2023 Shubh Yoga)
इस साल महाशिवरात्रि पर शनि प्रदोष व्रत का संयोग भी बन रहा है. वहीं 30 साल बाद शनि देव कुंभ राशि में संचरण कर रहे हैं. इससे शनि और सूर्य महाशिवरात्रि पर कुंभ राशि में रहेंगे. इसके साथ ही शुक्र ग्रह मीन राशि में विराजमान हैं.