दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर पिछले करीब 9 महीने से विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों से सोनीपत प्रशासन ने एक बार फिर नैशनल हाईवे- 44 के एक हिस्से को खोलने की मांग की है, जिससे कि यातायात सुनिश्चित हो सके साथ ही आसपास के इलाकों में हो रहे आर्थिक नुकसान को ओर अधिक होने से रोका जा सके। इसके लिए सोनीपत डीसी ललित सिवाच ने किसानों के प्रतिनिधियों के साथ मंगलवार को एक बैठक की। बैठक में किसानों से अपील की गई कि वह सड़क के एक हिस्से को खोल दें, जिससे कि यातायात सुचारू रूप से शुरू किया जा सके। क्योंकि लगातार 9 महीनों से सड़क बंद होने की वजह से दिल्ली हरियाणा ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी को काफी नुकसान पहुंचा है।
डीसी ललित सिवाच ने किसानों से अनुरोध किया कि दिल्ली से सोनीपत, पानीपत के मार्ग को लोगों के लिए खोल सकते हैं क्योंकि यहां पर किसानों की संख्या बहुत कम है साथ ही इस तरफ की सड़क काफी जर्जर हो चुकी है। जिसकी मरम्मत की सख्त जरूरत है, ताकि दुर्घटनाओं की संभावनाओं पर विराम लगाया जा सके।
किसानों के साथ इस बैठक में सोनीपत प्रशासन के अलावा पुलिस के आला अधिकारी भी मौजूद थे। जिसमें किसानों के कई संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। हालांकि किसान संगठनों के तरफ से अभी किसी भी फैसले की हामी नहीं भरी गई है। बैठक में मौजूद किसान नेता जगबीर सिंह चौहान ने एनबीटी से बात करते हुए कहा कि हमारी किसी से पर्सनल दुश्मनी नहीं है, हम लोकतांत्रिक तरीके से अपना विरोध केंद्र सरकार के खिलाफ कर रहे हैं। सर्विस रोड को पहले ही खोला गया था, लेकिन वह टूट चुकी है। फिलहाल हम अपने संयुक्त किसान मोर्चा और दूसरे किसान संगठनों से 17 -18 तारीख को बैठक करके किसी भी निर्णय पर पहुंचेंगे।
बैठक में मौजूद कुछ किसान संगठनों के सूत्रों ने बताया कि किसान सड़क के एक हिस्से को खोलने की सहमति में है, उन्होंने सड़क के इस हिस्से के बदले प्रदर्शन करने के लिए एक दूसरी जगह मुहैया करने की भी मांग रखी है। सड़क खोलने की मांग पर किसान संगठनों ने कहा है कि दिल्ली पुलिस और वहां के प्रशासन की तरफ से नैशनल हाईवे पर मोटी दीवार बना दी गई है उसको भी जल्द से जल्द खोला जाए।