हरियाणा के सिरसा जिले के नाथूसरी चौपटा इलाके में 15 से अधिक गांवों में सेमग्रस्त भूमि ने किसानों को मजदूर बना डाला, परिवार का पेट भरने के लिए किसानों के पास नहीं है पैसे, किसानों के बच्चों के नहीं हो रहे हैं रिश्ते, हरियाणा सरकार ने आश्वासन दिया था कि चाहे विदेशी तकनीक अपनायी जाये लेकिन यहां के सेम ग्रस्त भूमि का सुधारीकरण किया जायेगा, सन 1994 से इस इलाके में नहीं हो रही है फसलें, किसान कर रहे हैं मजदूरी, आत्महत्या तक के लिए हो रहे हैं किसान मजबूर, नाथूसरी चौपटा इलाके के गांव दड़बा कलां के अलावा नाथूसरी कलां, माखोसरानी, नहराना, शाहपुरिया, लुदेसर, रूपावास, मानक दीवान, कैरांवाली, शक्कर मंदोरी सहित डेढ़ दर्जन गांवों की हजारों एकड़ भूमि है सेमग्रस्त, हरियाणा सरकार ने हरियाणा ऑपरेशनल पायलेट प्रोजेक्ट के तहत इस भूमि का सुधारीकरण सोर ऊर्जा प्रणाली से करने का निर्णय लिया है लेकिन लम्बे समय से काम शुरू नहीं हो पा रहा है और किसान परेशान हो चुकें हैं, हमने टटोला किसानों का दर्द, आज देखिये सड़कनामा की ये रिपोर्ट प्रमोद कुमार के साथ वीडियो जर्नलिस्ट सुरेंदर दत्त।