मां-बेटी की हत्या करने वाले आरोपित तीन दिन की रिमांड पर, पुलिस कराएगी घटना का रिक्रियेशन !

parmodkumar

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अल्‍कापुरी में गार्डन होम्‍स में मां बेटी का कत्‍ल करने वाले आरोपितों को पुलिस ने तीन दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस रिमांड के दौरान न केवल आरोपितों से पूछताछ कर रही है,बल्कि अब वह घटना का रिक्रियेशन भी कराएगी। जिससे आरोपितों के खिलाफ और सबूत मिल सकें। साथ ही पुलिस आरोपितों के मददगारों को भी तलाश रही है।

गार्डन होम्स में मां बेटी की हत्या करने वाले चारों आरोपितों को पुलिस ने तीन दिन की रिमांड पर लिया है। पुलिस पूरे घटनाक्रम का रिक्रियेशन भी कराएगी। जिससे पुलिस को आरोपितों के खिलाफ और सबूत मिल सकें। रिमांड के दौरान आरोपित मां बेटी की हत्या करने की पूरी घटना भी पुलिस को बताई है। उन्होंने वारदात के दौरान किस तरह से बर्बता बरती। वह भी पुलिस को बताया है।

गार्डन होम्स में रीना भल्ला और उनकी मां इंदु पुरी की हत्या करने वाले चारों आरोपितों को पुलिस ने तीन दिन की रिमांड पर लिया है। इनसे घटना के संबंध में यूनिवर्सिटी थाना पुलिस पूछताछ कर रही है और सबूत जुटा रही है। इन लोगों ने बताया कि रीना ने जैसे ही फ्लैट का दरवाजा खोला तो यह लोग उसके बेडरूम में छिप गए थे। पहले उसने अपनी मां को खाना खिलाया, फिर अपने कमरे में आई तो लाइट जलाते ही उस पर टूट पड़े।

उसकी गर्दन पीछे से दबाई और तबिया रखकर उस पर बैठ गए। रीना खुद को बचाने के लिए लड़ भी रही थी, उसने संघर्ष किया। तभी चारों ने मिलकर उसका मुंह पीछे से दबाया, जिससे वह अचेत हो गई। इसके बाद कपड़े से गला घोंट दिया। इंदु पुरी के आते ही उनका भी गला घोंट दिया।

रिमांड पर लेने के बाद अब पुलिस घटना का रि-क्रियेशन भी कराएगी। जिससे घटना के बारे में सभी साक्ष्य जुटाए जा सकें। आरोपितों से बरामद मोबाइल की काल डिटेल निकाली जा रही है। इससे पुलिस इस एंगल पर भी काम कर रही है कि इनके मददगार कौन-कौन हैं।

तीसरी लाइन से निकाली शताब्दी-वंदे भारत

बिरला नगर रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर गुरुवार को क्रास ओवर जाम हो गया। इसके कारण ट्रेनों के ट्रैक बदलने में दिक्कत आने लगी। क्रास ओवर जाम होने के कारण नई दिल्ली से रानी कमलापति जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस को बिरला नगर पर आधा घंटे तक खड़ा कर दिया गया। वहीं रानी कमलापति से हजरत निजामुद्दीन जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस को ग्वालियर स्टेशन पर खड़ा कर दिया गया। रेल कर्मचारियों ने पहले क्रास ओवर को ठीक करने के प्रयास किए, लेकिन जब सफलता नहीं मिली तो इन ट्रेनों को तीसरी लाइन से निकाला गया।