टीकरी बॉर्डर पर पड़ाव में तीन कृषि कानूनों को रद्द कराने की मांग को लेकर अड़े किसानों ने सोमवार को बहादुरगढ़ के कसार बाईपास के नजदीक बिजली पानी की समस्या के समाधान के लिए सोमवार को एक घंटे तक जाम लगा दिया। इससे वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालांकि सूचना मिलते ही थाना सेक्टर-6 प्रभारी और बिजली निगम से एसडीओ पहुंचे। उन्होंने किसानों को समझाया, इसके बाद रास्ता खुला और वाहन चालकों को राहत मिली। दरअसल, बहादुरगढ़ में टीकरी बॉर्डर से जाखोदा बाईपास चौक तक काफी संख्या में किसान आंदोलन कर रहे हैं। लगभग 15 किलोमीटर में किसान बैठे हुए हैं। रविवार की रात आंदोलनरत किसानों को बिजली न मिलने के कारण वे उग्र हो गए। उन्होंने सोमवार की दोपहर करीब सवा तीन बजे कसार बाईपास के नजदीक जाम लगा दिया। किसानों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। पुलिस व प्रशासन के आश्वासन के बाद किसानों ने करीब सवा चार बजे किसानों ने जाम खोला। किसानों का कहना है कि सरकार उनके साथ गलत व्यवहार कर रही है। बिजली और पानी की सप्लाई नहीं दी जा रही है। रविवार की रात बिजली न मिलने के कारण उन्हें गर्मी के मौसम में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं सोमवार की सुबह भी बिजली नहीं आई। इसके चलते उन्हें पानी की समस्या भी उठानी पड़ी। बिजली न होने के कारण सबमर्सिबल भी नहीं चल पाए और पानी नहीं मिल पाया। प्रशासनिक अधिकारियों से भी कई बार बातचीत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई तो आखिरकार उन्हें सड़क पर बैठना पड़ा। किसानों का कहना है कि यदि प्रशासन उनको मूलभूत सुविधाएं मुहैया नहीं कराएगा तो वे सड़कों को जाम कर देंगे। किसानों का कहना है कि गर्मी के मौसम पीने के पानी की दिक्कत हो रही है।
वाहन चालकों को हुई परेशानी
बहादुरगढ़ बाईपास पर कसार गांव के नजदीक सड़क पर जाम लगाने के कारण वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। पुलिस के पहुंचने के बाद ही किसान शांत हुए और सड़क से एक तरफ हटे। इसके बाद यातायात सुचारु हो पाया। थाना सेक्टर-6 से प्रभारी जयभगवान और बिजली निगम के ग्रामीण एसडीओ मुकेश कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसानों को समझाया और शांत किया। उन्हें आश्वासन दिया गया कि किसानों के पड़ाव में बिजली नहीं काटी जाएगी।