पिछले 24 घंटों के दौरान हरियाणा के लगभग सभी जिलों के एयर लिटी इंडेक्स (ए.क्यू.आई.) में जबदरस्त गिरावट दर्ज की गई है। हालात ये बन चुके हैं कि तीन साल बाद प्रदेश के तीन जिलों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (ए.क्यू.आई.) गंभीर स्तर पर पहुंच गया। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सी.पी.सी.बी.) की तरफ से वीरवार शाम जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार फतेहाबाद, हिसार और जींद हरियाणा के ऐसे जिले हैं, जिनका ए.क्यू.आई. पिछले 24 घंटों के दौरान 400 का आंकड़ा पार कर गया, जोकि गंभीर स्तर पर आता है।
फतेहाबाद का ए.क्यू.आई. जहां 423 दर्ज किया गया तो वहीं, हिसार का 414 और जींद का 413 रहा। खास बात यह है कि इससे पहले 2 नवंबर 2019 में इस तरह के हालात बने थे जब हरियाणा के पांच जिलों का ए. क्यू. आई गंभीर स्तर पर पहुंच गया था। अब तीन साल बाद एक बार फिर प्रदेश के तीन जिलों का ए.क्यू.आई. गंभीर स्तर में आ गया। ये हालात तब हैं जबकि प्रदेश में पिछले कुछ महीनों के दौरान प्रदेश सरकार की ओर से वायु प्रदूषण को कम करने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाए गए। खासकर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एन.सी.आर.) के लिए विशेष तौर पर प्लान भी तैयार किए गए थे लेकिन इनका अधिक फायदा होता दिखाई नहीं दे रहा।
जी.आर.ए.पी. का तीसरा चरण हो सकता है लागू
कई प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद एन.सी.आर. में हवा जहरीली होती जा रही है। अब जबकि एन.सी.आर. के अंतर्गत आने वाले जींद का ए. क्यू. आई. 400 का स्तर पार गया तो जल्द ही इस एरिया में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जी.आर.ए.पी.) का तीसरा चरण जल्द ही लागू किया जा सकता है। दरअसल प्लान के तहत चरणबद्ध तरीके से ए.क्यू.आई. का स्तर बढ़ने पर प्रतिबंधों की संख्या भी बढ़ती जाएगी। एन.सी.आर. में इस समय जी. आर. ए. पी. का दूसरा चरण लागू किया गया है। जिसके तहत वाहनों की आवाजाही को कम करने और इनसे होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।