मौसम में बदलाव के चलते दिवाली से पहले ही दिल्ली से सटे शहरों में हवा दमघोंटू बन रही है। शहरों पर स्मॉग की चादर छाने लगी है। देश के 32 प्रदूषित शहरों में 11 अकेले हरियाणा के हैं। रविवार को देश के पांच शहरों की वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रही और इनमें से चार शहर दिल्ली-एनसीआर के हैं। देश में सबसे खराब हवा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की रही जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 356 दर्ज किया गया। वहीं, हरियाणा में भिवानी सबसे अधिक प्रदूषित रहा। यहां का एक्यूआई 283 दर्ज किया गया। इसी तरह, सोनीपत में 272, रोहतक 254, गुरुग्राम 239, कैथल 233, हिसार 225, करनाल 215, कुरुक्षेत्र 214, फरीदाबाद 208, सिरसा 209 और जींद में 207 रहा।
दिवाली से पहले वायु प्रदूषण की हालत इतनी गंभीर होने के कारण दिवाली तक इसके गंभीर श्रेणी में पहुंच जाने की आशंका जताई जा रही है। हर साल पटाखों की आड़ में पराली को जमकर आग लगाई जाती है। कृषि विभाग के अनुसार, हरियाणा में 20 फीसदी धान की कटाई अब भी बाकी है, ऐसे में पराली जलने की घटनाएं बढ़ने से इन्कार नहीं किया जा सकता।
मौसम विभाग के अनुसार अगले सात दिनों तक इस हालत में बदलाव आने लायक कोई मौसमी स्थिति नहीं बन रही है। चार दिन बाद दिवाली को देखते हुए हालात और खराब हो सकते हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) का पूर्वानुमान है कि सोमवार और मंगलवार को दो दिन तक यही स्थिति बनी रह सकती है। बुधवार से हवा गंभीर श्रेणी में पहुंचने की आशंका है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार इस दिन से हवा में पटाखों की हिस्सेदारी बढ़ेगी। इससे वायु गुणवत्ता खराब होगी।
एनसीआर के शहरों में स्थिति सबसे खराब
दिल्ली के बाद दूसरी सबसे खराब हवा गाजियाबाद की रही जहां एक्यूआई 324 पहुंच गया। 312 एक्यूआई के साथ ग्रेटर नोएडा देश में तीसरे और 304 के साथ नोएडा पांचवें स्थान पर रहा। एनसीआर के अन्य शहरों गुरुग्राम में एक्यूआई 239 जबकि फरीदाबाद में 208 रहा। दिल्ली-एनसीआर के अलावा पूरे देश में सिर्फ अमृतसर ही ऐसा शहर रहा, जहां हवा बेहद खराब श्रेणी में रही और एक्यूआई 310 दर्ज किया गया।
पराली जलाने के 14 नए केस, कुल मामले 712














































