पूर्व भारतीय धाकड़ क्रिकेटर अजय जडेजा के लिए यह दशहरा बेहद खास है। उन्हें जामनगर या यूं कह लें नवानगर का नया महाराजा चुना गया है, जिन्हें जाम साहब भी कहते हैं। यह गुजरात के कच्छ की खाड़ी के दक्षिणी तट पर ऐतिहासिक हालार क्षेत्र में स्थित एक भारतीय रियासत है !
नई दिल्ली: पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजय जडेजा को नवानगर, जिसे अब जामनगर के नाम से भी जाना जाता है, का अगला जाम साहब घोषित किया गया है। नवानगर के महाराजा जाम साहब ने एक प्रेस रिलीज करते हुए यह ऐलान किया है। अजय जडेजा का पूरा नाम अजय सिंह जडेजा हैं, जो फिलहाल क्रिकेट कॉमेंट्री और क्रिकेट कोचिंग करते दिखते हैं। उन्होंने अफगानिस्तान क्रिकेट टीम को वनडे विश्व कप 2023 में मुफ्त में कोचिंग दी थी, जिसने पाकिस्तान को हराकर इतिहास रचा था।
जामनगर के बारे में जो लोग नहीं जानते हैं उन्हें बात दें कि यह गुजरात के कच्छ की खाड़ी के दक्षिणी तट पर ऐतिहासिक हालार क्षेत्र में स्थित एक भारतीय रियासत है। जामनगर के शाही परिवार से ताल्लुक रखने वाले अजय जडेजा की क्रिकेट के क्षेत्र में एक समृद्ध विरासत है। प्रतिष्ठित रणजी ट्रॉफी और दलीप ट्रॉफी का नाम क्रमशः जडेजा के रिश्तेदारों महाराजा केएस रंजीतसिंहजी और महाराजा केएस दलीपसिंहजी के नाम पर रखा गया है। ये दोनों टूर्नामेंट भारतीय डोमेस्टिक क्रिकेट की रीढ़ मानी जाती है।
इस साल अगस्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोलैंड की यात्रा के दौरान वारसॉ में जाम साहब ऑफ नवानगर स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की थी। नवानगर के जाम साहब स्मारक गुजरात में नवानगर (आधुनिक जामनगर) के पूर्व महाराजा जाम साहब दिग्विजयसिंहजी रंजीतसिंहजी को सम्मानित करता है। उन्हें ‘अच्छे महाराजा’ के रूप में सम्मानित किया जाता है, उन्हें द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान उनके असाधारण मानवीय प्रयासों के लिए याद किया जाता है।
जडेजा के पिता दौलतसिंहजी जडेजा जामनगर लोकसभा से तीन बार सांसद रहे। उनकी मां केरल के अलप्पुझा की मूल निवासी हैं। जडेजा की शादी जया जेटली की बेटी अदिति जेटली से हुई है और उनके दो बच्चे हैं, ऐमन और अमीरा।