नई दिल्ली राज्यसभा में कृषि विधेयकों पर चर्चा के दौरान शिवसेना ने शिरोमणि अकाली दल (SAD) पर तंज कसा। सांसद संजय राउत ने कहा कि “ये इतने कच्चे कान के खिलाड़ी हैं कि सिर्फ अफवाह सुनकर एक मंत्री कैबिनेट से इस्तीफा दे देता है।” केंद्र में मंत्री रहीं हरसिमरत कौर बादल ने पिछले दिनों इस्तीफा दे दिया था। कृषि बिल पर राउत ने कहा कि सरकार किसानों को आश्वस्त करे कि उनकी आय दोगुनी हो जाएगी। राउत ने विरोधियों पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि अगर बिल किसान विरोधी है तो ‘पूरे देश में प्रदर्शन क्यों नहीं हो रहे?’
अकाली दल पर मारा ताना
शिवसेना के सांसद ने हरसिमरत कौर के इस्तीफे पर तंज कसा। उन्होने कहा, “प्रधानमंत्री ने कहा कि एमएसपी और सरकारी खरीद की व्यवस्था खत्म नहीं की जाएगी। यह सिर्फ अफवाह है। तो क्या अकाली दल के मंत्री ने एक अफवाह पर भरोसा करके कैबिनेट से इस्तीफा दिया? ये इतने कच्चे कान के खिलाड़ी हैं कि सिर्फ अफवाह सुनकर एक मंत्री कैबिनेट से इस्तीफा दे देता है।”
‘सरकार आश्वस्त करे, एक भी किसान आत्महत्या नहीं करेगा’
राउत ने सरकार से बिल को लेकर जागरूकता फैलाने को कहा। उन्होंने अपने भाषण में कहा, “इस बिल में आपने (केंद्र) कहा कि ये किसान के हित में हैं। क्या आप देश को आश्वस्त कर सकते हैं कि ये बिल मंजूर होने के बाद किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी? और एक भी किसान आत्महत्या नहीं करेगा, उनके बच्चे भूखे नहीं सोएंगे? आप अगर देश के किसानों को इस बारे में आश्वस्त करते हैं तो यह सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि होगी।”
पूरे देश में विरोध क्यों नहीं: शिवसेना
उन्होंने कहा कि ‘पंजाब और हरियाणा के किसान सड़क पर आए। अगर ये कृषि सुधार की बात है तो किसान प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं? किसानों पर लाठी क्यों चल रही है? अगर ये बिल किसान विरोधी है तो पूरे देश में विरोध क्यों नहीं हो रहा है? इसका मतलब है कि बिल के बारे में भ्रम है।’
कम वक्त मिलने पर बिदक गए राउत
चर्चा के लिए कम समय मिलने पर संजय राउत नाराज भी हुए। उन्होंने कहा, ‘इतने महत्वपूर्ण बिल पर चर्चा के लिए 2 मिनट मिलता है बोलने के लिए। मैं कहना चाहूंगा कि जब इस तरह के बिल लाए जाएं तो विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए।’राज्यसभा में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने विधेयक पेश किए। कांग्रेस, डीएमके, समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस जैसी पार्टियों ने विरोध किया। वाईएसआर कांग्रेस ने बिल का समर्थन करते हुए कांग्रेस को ‘पाखंडी’ करार दिया। पार्टी के सांसद वी. विजयसाई रेड्डी ने कांग्रेस का चुनावी घोषणापत्र लहराते हुए कहा कांग्रेस ने भी यही वादे घोषणापत्र में किए थे जिन्हें इस बिल में रखा गया है। भाषण के दौरान रेड्डी ने कांग्रेस के लिए कुछ ऐसे शब्दों का प्रयोग किया कि उसके सांसद आगबबूला हो गए। पीठासीन डॉ एल हनुमंतय्या ने उन शब्दों को सदन की कार्यवाही से निकालने का निर्देश दिया।