पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नई राजनीतिक पार्टी बनाने के संकेत दे चुके हैं। इसे लेकर पंजाब की सियासत में घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू ने एक बार फिर से कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा है कि अमरिंदर सिंह किसानों को बर्बाद करने वाले नेता हैं।
वही, आम आदमी पार्टी ने अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि आईएसआई एजेंट को घर में रखने वाला बीजेपी के लिए देशभक्त है। अब इस मामले में पंजाब के गृहमंत्री ने कहा है कि वह इसकी जांच कराएंगे।
आम आदमी पार्टी के ये हैं आरोप
आम आदमी पार्टी ने बीजेपी को घेरा है। आप नेता और पंजाब के नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि देश के किसान बीजेपी को आतंकवादी और खालिस्तानी लगते हैं। लेकिन आईएसआई की एजेंट को मेहमान बनाकर घर में रखने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह देशभक्त लगते हैं।
‘आईएसआई एजेंट हैं अरूसा आलम’
चीमा ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा कि कांग्रेसी नेता और मंत्री बताएं कि अरूसा आलम के कैप्टन अमरिंदर सिंह के आवास पर रहने पर पार्टी का क्या स्टैंड है। क्या कांग्रेसियों को उस समय नहीं पता था कि अरूसा आलम आईएसआई की एजेंट है, लेकिन उस समय तो कांग्रेसी अपना माफिया राज चलाने के लिए अरूसा आलम द्वारा सिफारिशें लगवाते थे।
चीमा ने अरूसा को अपने घर में पनाह देने के आरोप में कैप्टन अमरिंदर सिंह समेत उनके मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता केवल ढिल्लों, पूर्व डीजीपी दिनकर गुप्ता, पूर्व मुख्य सचिव (पंजाब) विनी महाजन और पूर्व एडवोकेट जनरल (पंजाब) के खिलाफ देशविरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोपों के तहत कार्रवाई की जाए।
‘पंजाब पुलिस से कराएंगे जांच’
पंजाब के मंत्री ने इस मामले में कहा है कि आरोपों की जांच होनी चाहिए। पंजाब के गृह मंत्री सुखजिंदर रंधावा ने इस बात की जांच कराने की मांग की है कि क्या अमरिंदर सिंह के दोस्त अरूसा आलम के पाकिस्तान की आईएसआई या इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस से संबंध हैं?
रंधावा ने कहा कि कप्तान कह रहे हैं कि पंजाब को आईएसआई से खतरा है। इसलिए हम आईएसआई के साथ अरोसा आलम के संबंध की भी जांच करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने पंजाब पुलिस प्रमुख से आरोपों की जांच करने को कहा है। उन्होंने कहा कि कप्तान अमरिंदर सिंह पिछले साढ़े चार साल से पाकिस्तान से ड्रोन आने का मुद्दा उठाते रहे। इसलिए कैप्टन (साहब) ने पहले इस मुद्दे को उठाया और बाद में पंजाब में बीएसएफ को तैनात किया। तो यह एक बड़ी साजिश लगती है जो जांच की जरूरत है।