- किसान के लिए बड़ी खुशखबरी
पंजाब में जहां ड्रोन का उपयोग तस्कर ड्रग्स और हथियारों के लिए कर रहे हैं। वहीं अब हरियाणा सरकार ड्रोन का कृषि के क्षेत्र में व्यापक उपयोग करने की योजना बना रही है। इसके लिए 1 हजार ड्रोन पायलट की सेना बनाई जाएगी। इसके साथ ही किसानों के लिए ड्रोन की खरीद के लिए 50 प्रतिशत सब्सिडी की योजना पर भी काम किया जा रहा है। इस संबंध में एक प्रस्ताव केंद्र सरकार को भी भेजा जाएगा।
कर्मचारियों को दिया जाएगा प्रशिक्षण
कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार कृषि क्षेत्रों में ड्रोन उड़ाने, कीटनाशकों और तरल उर्वरकों का छिड़काव करने के लिए युवाओं और कृषि विभाग के कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लिए एक फर्म को शामिल करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि हम इस उभरती तकनीक के इस्तेमाल में पीछे नहीं रहना चाहते।
40 से 50 प्रतिशत मिलेगी सब्सिडी
हरियाणा कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कृषि उपयोग के लिए ड्रोन खरीदने के इच्छुक किसानों को 40 से 50 प्रतिशत सब्सिडी भी देगी। इसके लिए हरियाणा सरकार की ओर से केंद्र को एक प्रस्ताव भेजा जाएगा। केंद्र के द्वारा इस संबंध में मंजूरी नहीं मिलती है, तो हरियाणा सरकार अपने स्तर पर ड्रोन खरीदने के लिए सब्सिडी देने पर विचार करेगी।
MHU में बनेगा ट्रेनिंग सेंटर
अभी देश में सिर्फ 3 हजार ड्रोन पायलट और 450 प्रशिक्षक हैं, जो ड्रोन पायलटों को प्रशिक्षित करते हैं। कृषि के क्षेत्र में ड्रोन के बढ़ते उपयोग को देखते हुए महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय (MHU) में ड्रोन पायलटों को ट्रेनिंग देने के लिए एक सेंटर बनाया जाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
एक सप्ताह की होगी ट्रेनिंग
कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ड्रोन पायलट बनने के लिए एक हफ्ते की ट्रेनिंग की जरूरत होती है। प्रस्तावित 1 हजार ड्रोन पायलटों में से कुछ को कृषि गतिविधियों के लिए ड्रोन चलाने के लिए किसानों को प्रशिक्षित करने के लिए प्रशिक्षक के रूप में भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।