राजस्थान के उदयपुर जिले की वल्लभनगर व प्रतापगढ़ जिले की धरियावद विधानसभा सीट के उपचुनाव की घोषणा हो गई है। राज्य निर्वाचन आयोग आयोग के अनुसार 30 अक्टूबर को मतदान कराया जाएगा और 2 नवंबर को नतीजे आएंगे। इससे पहले एक अक्टूबर को चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। आठ अक्टूबर तक नामांकन भरे जा सकेंगे। 11 अक्टूबर को नामांकन की जांच की जाएगी। 13 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। इसके बाद 30 को वोट डाले जाएंगे। वल्लभनगर में कांग्रेस विधायक गजेन्द्र सिंह शक्तावत और धरियावाद से भाजपा विधायक गौतमलाल चुने गए थे। दोनों विधायकों का निधन हो गया था। उपचुनाव को लेकर दोनों सीटों में से वल्लभनगर में कांग्रेस और भाजपा के लिए उम्मीदवार का चयन करना एक चुनौती है। दोनों दलों में गुटबाजी के चलते पार्टी को उम्मीदवारी को लेकर गहन मशक्कत करनी पड़ेगी क्यों कि भीतरघात का खतरा बना रहेगा और चुनाव जीतना दोनों के लिए अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बन जाएगा।
डेढ़ घंटे पहले ही मोबाइल पर मिल गया था पेपर, 2 पुलिसकर्मियों समेत 8 गिरफ्तार वल्लभनगर सीट पर वल्लभ नगर से जीते कांग्रेस विधायक गजेन्द्र शक्तावत की पत्नी प्रीति शक्तावत टिकट मांग रही हैं। वहीं, गजेन्द्र सिंह के बड़े भाई देवेन्द्र शक्तावत भी टिकट के लिए अपनी दावेदारी जता रहे है। हालांकि शक्तावत परिवार में से टिकट मिलना तय है। ऐसा नहीं हैं कि ये संकट कांग्रेस में ही है, भाजपा में भी विवाद है। भाजपा के वरिष्ठ नेता गुलाबचंद कटारिया ने पहले ही कह दिया हैं कि वे जनता सेना के रणधीर सिंह भींडर को भाजपा का टिकट नहीं लेने देंगे। वहीं, रणधीर सिंह ने कह दिया हैं कि वे निर्दलीय ही चुनाव लडेंगे। ऐसे में भाजपा के सामने ये संकट हैं कि भींडर चुनाव लडते हैं तो भाजपा उम्मीदवार को दिक्कत हो जाएगी। गत चुनाव में भाजपा उम्मीदवार तीसरे स्थान पर था। वहीं भींडर सिर्फ ढाई हजार वोट से चुनाव हारे थे। धरियावाद के भाजपा विधायक गौतमलाल के निधन के बाद भाजपा उनके परिवार में से किसी को उम्मीदवार बना सकती है। वहीं, कांग्रेस अपने पुराने उम्मीदवार नगराज मीणा को टिकट दे सकती है। हाल ही में प्रतापगढ नगर परिषद की सभापति राम कन्या गुर्जर ने भाजपा को झटका देते हुए कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी इससे भाजपा को झटका लगा था।