हरियाणा के करीब दो लाख 20 हजार बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) परिवारों के खाते में दो दिन के भीतर सरसों के तेल का पैसा आ जाएगा। जिन परिवारों के बैंक खातों का सत्यापन हो चुका है, उनकी सूची क्रिड ने प्रदेश सरकार को सौंप दी है। जल्द ही इनके खाते में 250 रुपये प्रति माह की दर से सरसों तेल खरीदने के लिए करीब साढ़े पांच करोड़ रुपये स्थानांतरित कर दी जाएगी। विधानसभा में सोमवार को प्रश्नकाल में कांग्रेस विधायक किरण चौधरी ने यह मुद्दा उठाया। उन्होंने आरोप जड़ा कि पहले गरीबों को सरसों का तेल बंद कर दिया गया और अब उन्हें इसकी एवज में दिए जाने वाला पैसा भी नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि सरकार दो लीटर तेल के बदले 250 रुपये देने की बात कह रही है, जबकि हैफेड का तेल बाजार में 180 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है। इस दो लीटर तेल के लिए गरीब आदमी को 110 रुपये अपनी जेब से देने पड़ेंगे जो उसके साथ नाइंसाफी है।
जवाब में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पात्र परिवारों द्वारा बैंक खातों का विवरण नहीं दिए जाने से उन्हें सरसों तेल का पैसा जारी करने में देरी हुई है। अगर कोई परिवार अपना बैंक अकाउंट पीडीएस डाटाबेस में देरी से अपडेट कर पाता है तो भी जून से उसकी पूरी धनराशि डाटा अपडेट होने पर स्थानांतरित कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि अब तक महकमे ने डीबीटी (प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण) के जरिये करीब 4.88 लाख परिवारों के बैंक खातों में करीब 12.21 करोड़ रुपये डाल दिए हैं। जिन परिवारों ने अपने बैंक खाते विभाग के पीडीएस डाटाबेस में नहीं दिए हैं अथवा गलत दिए हैं, उनके खाते में धनराशि स्थानांतरित नहीं की जा सकती। नल से घरों तक पानी पहुंचाने में हरियाणा देश में 6वें नंबर पर आया, ऐसी है हर घर जल पहुंचाने की योजना इस समस्या को दूर करने के लिए खाद्य, आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने एनआइसी के सहयोग से meraparivar.haryana.gov.in नाम से पोर्टल बनाया है जिसमें लाभार्थी स्वयं अपना बैंक खाते का नंबर अपडेट कर सकते हैं। इसके तुरंत बाद लाभार्थियों की देय राशि स्थानांतरित कर दी जाएगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि हैफेड द्वारा जब भी सरसों तेल की खरीद की जाएगी तो पात्र लोगों को विभाग द्वारा तेल दे दिया जाएगा।