राजस्थान के उदयुपर में दिल दहलाने वाले मामले में अदालत ने यह सख्त टिप्पणी की है। बीते शनिवार को सेशन कोर्ट ने एक शख्स को मौत की सजा सुनाई है। एक ऐसा हैवान पति, जिस पर उसकी पत्नी ने आंख बंद करके भरोसा किया और उसने उसे जिंदा जिला दिया।
यह शख्स अपनी पत्नी को ‘काली और मोटी’ कहकर ताने मारा करता। लेकिन एक दिन तो उसने सारी हदें पार कर दीं। ‘गोरा’ करने का धोखा देकर उसने अपनी पत्नी को जिंदा जला दिया। यूं तो कहने को यह शख्स इंसान है, लेकिन इसकी हरकत से हैवान को भी शर्म आ जाएगी। भरोसे के खून की इस खौफनाक दास्तां को जानने के लिए पूरे मामले को शुरू से जानना होगा।
किशनदास के घर आई लक्ष्मी
उदयपुर जिले के वल्लभनगर के नावनिया गांव का रहने वाला था किशनदास । घरवालों की मर्जी से उसकी शादी लक्ष्मी नाम की लड़की से हो गई। लक्ष्मी में वो सब कुछ था, जो एक अच्छी जीवनसाथी में होना चाहिए था। लेकिन किशनदास को उसमें सिर्फ कमियां ही दिखीं। लक्ष्मी के रंग को लेकर वो अक्सर ताने मारने लगा। वो कहता, ‘तुम काली हो..मोटी हो। मेरे लायक नहीं हो।’ लक्ष्मी को दिनरात इसी तरह के ताने उस शख्स से सुनने पड़ते, जिसके साथ उसने 7 फेरे लिए थे।
खौफनाक साजिश रची
ताने मारने वाला किशनदास अपने दिमाग में ऐसी खौफनाक साजिश रच था, जिसे जानकर खुद शैतान भी छोटा महसूस करने लगे। 24 जून, 2017 की वो खौफनाक रात। वो एक क्रीम जैसी चीज लेकर घर आया। पत्नी से कहा कि इस क्रीम को लगाने से तुम गोरी हो जाएगी। इसे अपने शरीर पर लगा लो। पति से प्यार और सम्मान पाने को तरस रही लक्ष्मी ने भी देर नहीं की और भरोसा करते हुए उस ‘क्रीम’ को अपने चेहरे समेत पूरे शरीर पर लगा लिया।
अगरबत्ती से लगा दी आग
लक्ष्मी को पता ही नहीं था, जिसे वो क्रीम समझकर अपने शरीर पर लगा रही है, वो दरअसल केमिकल है। ऐसा केमिकल जो तुरंत आग पकड़ सकता है। उसमें से अजीब सी गंध आ रही थी, लेकिन लक्ष्मी इसे अपने पूरे शरीर पर लगा चुकी थी। जब तक वो कुछ समझ पाती, किशनदास ने अपने पास छिपा रखी सुलगती अगरबत्ती से उसे जिंदा ही आग के हवाले कर दिया। चंद सेंकेंड में वो आग का गोल बन चुकी थी। वो यहीं नहीं रुका। बचा हुआ केमिकल भी उसने लक्ष्मी पर उड़ेल दिया, जिससे आग और भड़क गई।
घरवालों ने देखा खौफनाक नजारा
इस खौफनाक वारदात को अंजाम देकर वो भाग खड़ा हुआ। चीख-पुकार सुनकर ससुराल वाले दौड़कर आए। आग बुझाने की कोशिश की और अस्पताल लेकर गए। लेकिन लक्ष्मी बुरी तरह से झुलस चुकी थी और दुनिया को अलविदा कह चुकी थी।
अदालत ने नरमी बरतने से किया इनकार
किशनदार का अपराध इतना जघन्य था कि सेशन कोर्ट ने किसी भी तरह की नरमी बरतने से साफ इनकार कर दिया। शनिवार 31 अगस्त को उसे मौत की सजा सुनाई गई। साथ ही 50000 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया।