क्रिसमस और न्यू ईयर का वक्त आ गया है। इसके साथ ही कई लोगों के पार्टी प्लान भी बन गए होंगे। इस दौरान अधिकतर पार्टीज में शराब और एल्कोहॉलिक ड्रिंक परोसी जाती हैं। जिसे पीकर लोग खुद को ज्यादा एनर्जेटिक फील करते हैं और माहौल का मजा उठाते हैं। लेकिन क्या आप शराब पीने के बाद होने वाली हैंग्जायटी के बारे में जानते हैं। अधिकतर लोगों को इस शब्द का मतलब भी नहीं पता होगा।
हैदराबाद स्थित यशोदा हॉस्पिटल्स की कंसल्टेंट न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर भारथ कुमार सुरिसेट्टी कहते हैं कि हैंग्जायटी एक मॉडर्न शब्द है, जिसे शराब से होने वाली घबराहट को बताने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन इसे केवल एक हैंगओवर समझने की गलती ना करें। यह उससे काफी अलग और अधिक है।
क्रिसमस और नये साल के आसपास हर पार्टी में शराब परोसी जाती है। ऑफिस से लेकर फ्रेंड्स गेट टू गेदर या फिर घर पर कुछ लोगों के साथ, हर जगह एल्कोहल का सेवन होने लगता है। इस वक्त का अच्छे से मजा उठाने और आनंद लेने के लिए लोगों को इसे पीना एक रिचार्जिंग एहसास दे जाता है।
डॉक्टर भारथ के मुताबिक एल्कोहॉल से मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर, खासतौर से GABA (गामा-एमिनोब्यूटिरिक एसिड) और सेरोटोनिन होर्मोन लेवल बिगड़ जाता है। इनका काम आपके मूड को रेगुलेट करना और चिंता को कम करना होता है।
डॉक्टर का कहना है कि शराब पीते वक्त GABA की एक्टिविटी काफी बढ़ जाती है, जिसकी वजह से आपको आराम महसूस होने लगता है। लेकिन जब एल्कोहल का असर खत्म होने लगता है तो GABA लेवल भी तेजी से गिरने लगता है। अचानक आए इस बदलाव से मस्तिष्क अधिक स्टिम्युलेट हो जाता है और चिंता, घबराहट महसूस होने लगती है।
शराब ड्यूरेटिक होती है और ज्यादा पेशाब बनाती है। इसकी वजह से इलेक्ट्रोलाइट असंतुलिन और डिहाइड्रेशन हो सकता है। यह थकान, चिड़चिड़ापन और मूड खराब कर सकती है। इससे आपकी स्लीप क्वालिटी भी खराब होती है। ज्यादा सोने के बावजूद नींद पूरी नहीं होती, जिसकी वजह से ब्रेन फॉग, इमोशनल इम्बैलेंस और फोकस करने में दिक्कत हो सकती है।
एक्सपर्ट का कहना है कि हर व्यक्ति एक ही तरह से हैंग्जायटी का एहसास नहीं करता है। जेनेटिक कारक, मेंटल कंडीशन या एल्कोहल सेंसिटिव लोगों को अधिक गंभीर परिणाम देखने को मिल सकते हैं। तेज दिल की धड़कन, कंपन, पसीना आना, परेशान करने वाले विचार जैसे लक्षण दिख सकते हैं। इमोशन तेजी से बदलना, पछतावा, गिल्ट, सिरदर्द, मतली जैसे हैंगओवर के लक्षण भी दिख सकते हैं।
डॉक्टर ने शराब से होने वाली घबराहट को कंट्रोल करने का तरीका बताया है। ऐसे लोगों को शराब से बिल्कुल दूर हो जाना चाहिए या तुरंत सीमित कर देनी चाहिए। शराब की जगह पानी या इलेक्ट्रोलाइट वाली ड्रिंक पीएं। पर्याप्त हाइड्रेटेड रहने की कोशिश करें। ब्लड शुगर कंट्रोल रखने वाला खाना लें। पैदल चलना, योग जैसे हल्के व्यायाम करें। डीप ब्रीदिंग या मेडिटेशन का अभ्यास करें।














































