अर्पिता मुखर्जी इन दिनों काफी चर्चा में हैं. पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार ममता सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के अलग अलग घरों पर छापेमारी के दौरान ED ने अब तक करीब 50 करोड़ रुपये नकद बरामद किया है। आइये जानते हैं अर्पिता मुखर्जी कौन हैं और किस तरह से TMC के करीब के करीब आईं। अर्पिता बांग्ला और तमिल फिल्मों में साइड रोल प्ले करती थीं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक लोकल क्लब में मॉडलिंग किया करती थीं। अर्पिता को मॉडलिंग के दौरान ही फिल्मों में साइड रोल मिलना शुरू हो गए थे। वो ‘कुछ मीठा हो जाए’ और ‘राजू आवारा’, चंद्रचूड़ सिंह द्वारा सह-अभिनीत ‘केमिटी ए बंधन’और अनुभव मोहंती के साथ वर्ष 2010 की फिल्म ‘मु काना एते खराप’ जैसी फिल्मों में नजर आ चुकी हैं। हालांकि एक्ट्रेस के तौर पर कभी उन्हें फेम नहीं मिला। उन्होंने सुपरस्टार प्रोसेनजीत के साथ भी कुछ फिल्में की हैं। इन फिल्मों में भी उनका साइड रोल ही रहा है। इसके अलावा अर्पिता ने उड़िया और तमिल फिल्मों में भी काम किया है। फिल्म डायरेक्टर संघमित्रा ने एक इंटरव्यू में बताया था कि अर्पिता शुरुआती दिनों में बेलघरिया से टैक्सी से शूटिंग के लिए आया करती थी। बाद में एक सेकेंड हैंड कार से वो अपने काम पर आने लगी। संघमित्रा ने कहा कि ये नहीं कहा जा सकता था कि वो कार उनकी खुद खरीदी थी या फिर किसी ने गिफ्ट की थी। अर्पिता मुखर्जी 2019 और 2020 में पंश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी के दुर्गा पूजा समारोह का चेहरा रही हैं। दुर्गा पूजा के समय जारी पोस्टरों में पार्थ चटर्जी का नाम संघ के अध्यक्ष के तौर पर लिखा गया था। इसके अलावा पश्चिम बंगाल चुनाव में भी पार्थ के लिए अर्पिता इलेक्शन कैंपेन करती दिखाई दी थीं। दो साल पहले दोनों भले ही सार्वजनिक रूप से साथ दिखे, लेकिन इनकी नजदीकियां 10 साल पहले ही शुरू हो चुकी थीं। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मई 2012 में पार्थ चटर्जी के सिंगापुर दौरे में अर्पिता भी उनके साथ थीं। सरकारी टूर पर अर्पिता को ले जाने पर ममता ने नाराजगी भी जाहिर की थी।
अर्पिता मुखर्जी बांग्ला फिल्मों में साइड रोल कर करती थीं गुजारा, 5 साल पहले इस तरह आई थीं TMC के करीब
Parmod Kumar