IAS अशोक खेमका ने एक बार फिर सरकार के फैसले पर सवालिया निशान लगाए हैं। सिंगल यूज प्लास्टिक पर राज्य सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है और चालान काटे जा रहे हैं। खेमका ने ट्वीट किया कि सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगा दिया गया। परंतु दूध पैकेट और ब्रांडेड फूड आइटम पैकेजिंग का क्या होगा, जबकि वे सबसे बड़े प्लास्टिक पोल्यूटर हैं। अशोक खेमका सरकार के फैसलों पर अपनी राय खुलकर रखते हैं। इसी वजह से 29 साल की सर्विस में 54 बार उनका ट्रांसर्फर हो चुका है। बता दें कि 27 जुलाई को मुख्य सचिव ने राज्य स्तर पर सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने और इसे पूर्ण रूप से खत्म करने के लिए गठित दूसरी स्पेशल टॉस्क फोर्स कमेटी की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की थी। अशोक खेमका सहित सभी जिलों के उपायुक्त एवं नगर निगमों के आयुक्त इस बैठक में VC के माध्यम से जुड़े और उन्होंने अपने सुझाव भी दिए। राज्य स्तर पर स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया गया है। इसके अलावा जिला स्तर पर उपायुक्तों की अध्यक्षता में जिला स्तरीय टास्क फोर्स तथा नगर निगम आयुक्तों की अध्यक्षता में सिटी लेवल टास्क फोर्स का गठन किया गया है। शहरी नागरिकों की शिकायत दर्ज करने के लिए सिटीजन मोबाइल ऐप फॉर कम्पलेंट मैनेजमेंट सिस्टम लॉन्च किया गया है। इसके माध्यम से कोई भी नागरिक प्लास्टिक के बारे में ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। नागरिक प्लास्टिक वेस्ट जलाने, प्लास्टिक कचरा पड़ा होने, निर्माण, वितरण, स्टॉक, सेल एवं उपयोग आदि की शिकायतें दें सकते हैं। प्रदेशभर में चलाए जा रहे अभियान के तहत जुलाई माह के दौरान 3904 चालान करके उनसे 43 लाख 20 हजार 250 रुपए की राशि जुर्माने के रूप में वसूली गई है।
प्लास्टिक बैन पर अशोक खेमका का सवाल: दूध पैकेट और ब्रांडेड फूड आइटम पैकेजिंग का क्या होगा
Parmod Kumar