करवाचौथ की रात एएसआई की गोली मारकर की गई हत्या मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने मामले में मृतक की पत्नी व उसके बेटे सहित चार को गिरफ्तार कर लिया है। एएसआई की हत्या उसके बेटे ने अपनी मां, उसके प्रेमी व दोस्त के साथ मिलकर की। वहीं पुलिस को बरगलाने के लिए एएसआई की हत्या करने के बाद बेटे ने अपनी मां पर भी गोली चलाकर घायल कर दिया था। जिसमें पुलिस को बताया गया था कि सेल्फ डिफेंस में पत्नी ने ही अपने पति की हत्या की थी। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
दरअसल, गुडग़ांव के शिकोहपुर निवासी एएसआई राजबीर यादव रेवाड़ी के जीआरपी में तैनात था। राजबीर यादव अपनी पत्नी सरिता और अपने बेटे यश के साथ सेक्टर-10 में रहता था। राजबीर का अपनी पत्नी सरिता और बेटे यश के साथ प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था। जिसके चलते राजबीर पिछले 2 महीने से घर नहीं आ रहा था। करवा चौथ की रात राजबीर अपने घर आया और उसी रात मां-बेटे ने प्लानिंग करके राजबीर को मौत के घाट उतार दिया। मामले में पुलिस ने पहले मृतक की पत्नी सरिता को गिरफ्तार किया। इसके बाद सेक्टर-31 क्राईम ब्रांच के प्रभारी आनंद कुमार की टीम ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए एएसआई राजबीर को गोली मारने वाले आरोपी यश यादव को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही अक्षय उर्फ चिराग (20 वर्ष) व साहब सिंह (48 वर्ष) को गिरफ्तार किया है।
प्रॉपर्टी विवाद ने के चलते की पिता की हत्या:
पुलिस पूछताछ में आरोपी यश यादव ने बताया कि प्रॉपर्टी को लेकर राजबीर (मृतक) उसकी पत्नी व बेटे यश के बीच विवाद रहता था। आरोपी यश अपने पिता राजबीर से प्रॉपर्टी अपने नाम कराने के लिए कहता था, लेकिन राजबीर प्रॉपर्टी यश के नाम नहीं करवा रहा था। जिसके चलते यश ने अपनी मां सरिता, दोस्त अक्षय तथा साहब सिंह के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई। साहब सिंह मृतक राजबीर के परिवार में और रिश्ते में आरोपी यश का चाचा लगता है। बताया गया है कि उसके यशक की मां/मृतक की पत्नी के साथ अवैध सम्बन्ध थे। इससे पहले आरोपी अक्षय ने 60 हजार रुपए पिस्टल भी दिलाई थी। इसके बाद 1 नवंबर की रात को यश ने तीन गोली मारकर पहले पिता को मौत के घाट उतार दिया। वहीं पुलिस को गुमराह करने के लिए एक गोली अपनी मां के हाथ में भी मारी थी।
करवा चौथ की रात मिटाया सुहाग:
एसीपी वरुण दहिया ने बताया कि करवा चौथ की रात राजबीर अपने घर आया और उसी रात मां-बेटे ने प्लानिंग करके राजबीर को मौत के घाट उतार दिया। राजबीर को सिर में तीन गोलियां मारी गई थीं। पुलिस को गुमराह करने के लिए सेल्फ डिफेंस में गोली चलाना दिखाने के लिए आरोपी यश ने अपनी मां सरिता यादव को भी गोली मारकर घायल करने की वारदात को अंजाम दिया। लेकिन पुलिस ने सरिता के मंसूबों पर पानी फेर दिया और हत्याकांड में सरिता के बेटे यश उसके दोस्त अक्षय ओर सरिता के प्रेमी साहब सिंह को गिरफ्तार कर लिया।