बजरंग दल गौरक्षा प्रमुख मोनू मानेसर पर संग्राम: राजस्थान -हरियाणा राज्यों की पुलिस आमने- सामने

Parmod Kumar

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बजरंग दल के गौ रक्षा प्रमुख मोनू मानेसर (Monu Manesar) की गिरफ्तारी को लेकर दो राज्यों की पुलिस आमने- सामने आ गई है. दो मुस्लिम युवकों को जलाकर मार डालने के मामले में राजस्थान पुलिस को उसकी तलाश है. इसी को देखते हुए गुरुग्राम के पटौदी में मारपीट और फायरिंग के मामले में हरियाणा पुलिस ने भी उसकी तलाश शुरू कर दी है. मोनू मानेसर की तलाश में दोनों राज्यों की पुलिस छापेमारी कर रही है.

वह केस जिसमें हरियाणा पुलिस मोनू की तलाश कर रही

7 फरवरी को गुड़गांव के मानेसर गांव निवासी मोहित यादव उर्फ ​​मोनू मानेसर के खिलाफ पटौदी थाने में मारपीट व फायरिंग का मामला दर्ज किया गया था. पटौदी में एक समुदाय की लड़की द्वारा दूसरे समुदाय के लड़के से शादी करने पर हंगामा मच गया. जिससे दोनों पक्षों में काफी तनाव हो गया. इसके बाद, मोनू मानेसर अपने साथियों के साथ पटौदी पहुंचा था. यहां फिर से दो पक्षों में विवाद हो गया और मारपीट के अलावा फायरिंग की घटना हुई, जिसमें मोईन नामक युवक गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया.

जिस मामले की राजस्थान पुलिस तलाश कर रही

हरियाणा के भिवानी जिले के लोहारू से एक बोलेरो गाड़ी में दो युवक जिंदा जले मिले. पड़ताल में पता चला कि ये दोनों राजस्थान के भरतपुर के रहने वाले जुनैद और नासिर हैं. जुनैद-नासिर के परिवार का आरोप है कि मोनू मानेसर ने अपने साथियों के साथ मिलकर बोलेरो सहित उन्हें जिंदा जला दिया. दोनों के शव राजस्थान पहुंचे तो परिजनों ने पंचायत बुलाई. जिसमें राजस्थान पुलिस पर कार्रवाई के लिए दबाव बनाया गया. इस मामले में राजस्थान पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन मोनू का अब तक पता नहीं चल पाया है.

भिवानी में मिली मुस्लिम युवकों की जली लाश
मृतक जुनैद (35) और नासिर (28) दोनों राजस्थान के जिला भरपुर के गांव घाटमीका के रहने वाले थे। ये गांव हरियाणा बॉर्डर के नजदीक है। जुनैद के चचेरे भाई इस्माइल ने 15 फरवरी को गोपालगढ़ थाना (भरतपुर) में दोनों के अपहरण और मारपीट का मामला दर्ज कराया है। अगले दिन 16 फरवरी को जुनैद और नासिर दोनों की लाश हरियाणा में भिवानी जिले के कस्बा लोहारू में जली हुई हालत में मिली थी। दोनों बोलेरो गाड़ी में कंकाल के रूप में मिले थे। इस मामले में भरतपुर थाना पुलिस ने अपहरण और हत्या का मामला दर्ज किया हुआ है।

पुलिस पर सवाल

जुनैद- नासिर को जिंदा जलाने के मामले में हरियाणा पुलिस भी सवालों के घेरे में है. परिवार के इस्माइल का कहना है कि जुनैद- नासिर बजरंग दल के लोगों से दूर भाग रहे थे. उसे हरियाणा पुलिस की अपराध जांच एजेंसी (सीआईए) की टीम ने पकड़ा था. जिसे बाद में बजरंग दल के लोगों को सौंप दिया गया. उन्होंने जुनैद-नासिर की पिटाई कर दी जिसके बाद उसे जिंदा जला दिया गया. हालांकि, हरियाणा पुलिस ने स्पष्ट किया कि उन्हें पहले इस बारे में कुछ नहीं पता था.