भगवंत मान सरकार के आम आदमी क्लीनिकों के रंग-रोगन पर बवाल, विपक्ष ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप

Parmod Kumar

0
140

पंजाब की भगवंत मान सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। दरअसल पंजाब में विपक्ष ने आरोप लगाया है कि आप की भगवंत मान सरकार पुराने सेवा केंद्रों के नाम बदलकर उसे अपनी उपलब्धि बता रही है और लाखों रूपये खर्च कर रही है। बता दें कि पंजाब सरकार दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार की तर्ज पर पंजाब में मोहल्ला क्लीनिक की शुरुआत कर रही है। आम आदमी पार्टी के दावे के मुताबिक दिल्ली में केजरीवाल सरकार की आम आदमी क्लीनिक देख भगवंत मान चौक गये थे। जिसके बाद उन्होंने पंजाब में मोहल्ला क्लीनिक खोलने का फैसला किया। इसके तहत पहले चरण में मान सरकार 15 अगस्त को 75वें स्वतंत्रता दिवस पर 75 मोहल्ला क्लीनिक पंजाब के लोगों को समर्पित करने की तैयारी में है। हालांकि इस बीच विपक्ष ने इन क्लीनिकों के रंग रोगन पर खर्च होने वाले पैसों को लेकर मान सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। पंजाब के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता डॉ दलजीत चीमा ने एक चैनल से बात करते हुए कहा, “अच्छी तरह की एक नई बिल्डिंग, उन्हें पहले बंद कर दिया गया, अब उनपर 20 लाख रुपये खर्च किया गया है। यह बहुत बड़ा स्कैंडल है, जांच में सभी तथ्य सामने आ जाएंगे।” वहीं कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह ने कहा, “यह बहुत बड़ा फ्रॉड है। यह सेवा केंद्र अकाली दल के समय से है, इन लोगों(मान सरकार) ने बहुत सारा पैसा खर्च करके, रंग रोगन और लीपापोती करके दिखा दिया कि यह हमारी आम आदमी क्लीनिक है।” न्यूज चैनल आजतक की एक रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब में जब अकाली दल की सरकार थी तो पूरे राज्य में एक कमरे के 2700 सेवा केंद्र खोले गये थे। इसमें पंजाब के लोगों को बेहतर सेवाएं मिलनी थी। लेकिन अब आम आदमी पार्टी की सरकार ने इन सेवा केंद्रों को आम आदमी क्लीनिक में बदल दिया है। रिपोर्ट का दावा है कि एक कमरे के सेवा केंद्र के रंग रोगन में औसतन 20 लाख रुपये का खर्चा हुआ है। जिसपर विपक्ष आप पर हमलावर है। बता दें कि आरटीआई कार्यकर्ता मानिक गोयल द्वारा मांगी गई जानकारी से पता चला है कि अमृतसर में पांच सेवा केंद्रों को मोहल्ला क्लीनिक में बदलने में 96 लाख रुपये खर्च किए। बठिंडा में 59 लाख, रूपनगर में 4 सेवा केंद्रों पर 72.50 लाख रुपये का खर्च आया है। वहीं विपक्ष ने सवाल उठाया है कि जब कमरा पहले से ही बना है तो रंग रोगन के नाम पर इतना पैसा कहां खर्च हुआ है।