स्टेट क्राइम ब्रांच ने कार्रवाई की है। कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए हैं। वर्ष 2021 में बवानीखेड़ा पुलिस थाना की हवालात में लड़की को अगवा करने के आरोपी युवक ने आत्महत्या कर ली थी।
बुधवार को दोनों आरोपियों को टीम ने ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी (जेएमआईसी) की कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। आरोपी सब इंस्पेक्टर हरिओम डेढ़ माह बाद ही पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त होने वाला है।
यह था मामला
बवानीखेड़ा पुलिस थाना के शौचालय में पांच सितंबर 2021 को नाबालिग लड़की के अपहरण के आरोपी युवक राजकुमार ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मामले की मजिस्ट्रेट जांच भिवानी से जेएमआईसी धर्मपाल और बवानीखेड़ा के तहसीलदार अशोक कुमार ने की थी। 26 अगस्त 2021 को बवानीखेड़ा थाना क्षेत्र से एक नाबालिग लड़की लापता हो गई थी।
उसके परिजनों ने पुलिस को शिकायत दी थी। मामले की जांच करते हुए पुलिस ने नाबालिग लड़की और सिवाना गांव निवासी राजकुमार को अंबाला से पकड़ा था। मजिस्ट्रेट के सामने दिए बयान में लड़की ने बताया था कि राजकुमार उसे डरा धमकाकर अगवा करके ले गया था।इस पर पुलिस ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। शनिवार को उसे अदालत में पेश किया जाना था, लेकिन सुबह ही राजकुमार ने थाने के शौचालय में पानी की पाइप से कंबल के एक हिस्से से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिसकर्मियों ने उसे फंदे पर लटका देखा तो मामले की जानकारी थाना प्रभारी और अन्य आला अधिकारियों को दी।
यह था मामला
बवानीखेड़ा पुलिस थाना के शौचालय में पांच सितंबर 2021 को नाबालिग लड़की के अपहरण के आरोपी युवक राजकुमार ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मामले की मजिस्ट्रेट जांच भिवानी से जेएमआईसी धर्मपाल और बवानीखेड़ा के तहसीलदार अशोक कुमार ने की थी। 26 अगस्त 2021 को बवानीखेड़ा थाना क्षेत्र से एक नाबालिग लड़की लापता हो गई थी।
उसके परिजनों ने पुलिस को शिकायत दी थी। मामले की जांच करते हुए पुलिस ने नाबालिग लड़की और सिवाना गांव निवासी राजकुमार को अंबाला से पकड़ा था। मजिस्ट्रेट के सामने दिए बयान में लड़की ने बताया था कि राजकुमार उसे डरा धमकाकर अगवा करके ले गया था।इस पर पुलिस ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। शनिवार को उसे अदालत में पेश किया जाना था, लेकिन सुबह ही राजकुमार ने थाने के शौचालय में पानी की पाइप से कंबल के एक हिस्से से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिसकर्मियों ने उसे फंदे पर लटका देखा तो मामले की जानकारी थाना प्रभारी और अन्य आला अधिकारियों को दी।
एसपी और डीएसपी मुख्यालय भी मौके पर पहुंचे थे। वहीं मृतक राजकुमार के भाई कश्मीरी ने पुलिस पर उसके भाई की हत्या और साढ़े 44 हजार रुपये रिश्वत लेने के गंभीर आरोप लगाए थे। परिजनों ने थाने में जमकर हंगामा किया था। कश्मीर ने बताया था कि उन्होंने भैंस बेचकर रिश्वत पुलिस को दी थी।
इस मामले में टीम ने एसआई हरिओम व महिला कांस्टेबल सुदेश को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों को भिवानी की ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी नेहा यादव की कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
स्टेट क्राइम ब्रांच हिसार की टीम के पास करीब एक साल पहले यह मामला आया था। जांच में एसआई हरिओम व महिला कांस्टेबल को दोषी पाया गया है, जिनकी गिरफ्तारी कर उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।