बीकेयू के वरिष्ठ नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने ऐलान किया है कि अगर किसानों को विरोध स्थलों से जबरन हटाने की कोशिश की गई तो वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास तक मार्च करेंगे. चढूनी ने रविवार को करनाल के कई स्थानों का दौरा किया और किसानों से दिल्ली सीमा के सभी धरना स्थलों पर अपनी संख्या बढ़ाने का आग्रह किया. इसके बाद उन्होंने एक वीडियो मैसेज के जरिए कहा कि सरकार पिछले कई दिनों से सीमाओं को खोलने की कोशिश कर रही है. लोगों के बीच अफरातफरी (अराजकता) है. चर्चा है कि सरकार दिवाली से पहले सड़कों को साफ कर देगी. हम सरकार को चेतावनी देना चाहते हैं कि यह गलत नहीं होना चाहिए.
चढूनी ने किसानों से सतर्क रहने और रात में भी दिल्ली आने के लिए तैयार रहने की अपील करते हुए कहा, ‘अगर सरकार सड़कों को खोलने की कोशिश करेगी तो इस बार प्रधानमंत्री मोदी के दरवाजे पर दिवाली मनाई जाएगी. हम वहां डेरा डालेंगे. हम (सीमाओं पर) शांति से बैठे हैं. फिर भी अगर सरकार उन्हें परेशान करने की कोशिश करती है और हमें जबरन हटाने की कोशिश करती हैतो देश के किसान दिल्ली चले जाएंगे.
सरकार अपनी जिद छोड़े, वरना संघर्ष तेज होगा
वहीं भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने सरकार पर एक बार फिर से हमला बोला. राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार को सीधे चेतावनी देते हुए कहा कि हमें पता चला है कि प्रशासन जेसीबी की मदद से यहां टेंट को गिराने की कोशिश कर रहा है. अगर वे ऐसा करते हैं, तो किसान पुलिस थानों, डीएम कार्यालयों में अपना टेंट लगाएंगे. राकेश टिकैत ने लिखा-अगर किसानों को बॉर्डरो से जबरन हटाने की कोशिश हुई तो वे देश भर में सरकारी दफ्तरों को गल्ला मंडी बना देंगे. वहीं, इससे पहले टिकैत ने कहा था कि सरकार अपनी जिद छोड़े, वरना संघर्ष और भी तेज होगा.