केंद्रीय जेल की 20 फीट ऊंची दीवारों पर लगे करेंट प्रवाहित फेंसिंग तार के पोल क्षतिग्रस्त होकर अटके हुए हैं। इसकी वजह से इन तारों में करेंट का प्रवाह भी बंद है। सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण फेंसिंग तार पोल की मरम्मत नहीं होने से जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं।
15 दिन बीतने के बाद भी अधिकारी इस पोल को दुरुस्त करने ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। बिलासपुर केंद्रीय जेल सुरक्षा के लिहाज से अति संवेदनशील जेल की कैटेगरी में आता है, क्योंकि यहां पर नक्सली व कई गंभीर अपराध में सजा काट रहे बंदी रहते हैं। अतिसंवेदनशील जेल होने के बावजूद यहां की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अधिकारी गंभीर नहीं हैं।
इसकी वजह से तार दीवार पर ही लटके हुए हैं। जेल की सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण अंग दीवार पर लगा फेंसिंग तार पोल क्षतिग्रस्त होने की वजह से बंदियों के भागने का खतरा है। इसके बावजूद इसके जेल प्रबंधन केवल पत्राचार के भरोसे ही सुरक्षा को ताक पर रखे हुए हैं।
अधिकारियों की माने तो 20 फीट उंची दीवार में लगे फेंसिंग तार में करेंट प्रवाहित रहता है, लेकिन डाल गिरने से यह डैमेज हो गया है। फेंसिंग तार पोल की मरम्मत कराने का जिम्मा क्रेडा विभाग का है। विभाग को फेंसिंग तार पोल क्षतिग्रस्त होने की सूचना दी गई है। क्रेडा विभाग के अधिकारी सर्वे कर चले गए हैं। बजट आने के बाद ही मरम्मत कार्य होने का आश्वासन क्रेडा विभाग ने जेल प्रबंधन को दिया है।