बिजली बचत के साथ-साथ पर्यावरण को शुद्ध रखने में सहायक है सौर ऊर्जा : उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण

BHAWANA GABA

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 मनोहर ज्योति योजना के तहत जिला में 340 सौर ऊर्जा उपकरण किए वितरित – सरल हरियाणा पोर्टल या अटल सेवा केंद्र के माध्यम से कर सकतें हैं आवेदन
सिरसा।
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने बताया कि नवीनीकरण के इस युग में सौर ऊर्जा का महत्व और अधिक बढ़ गया है जिससे आर्थिक बचत के साथ-साथ बिजली की बचत भी होती है। इसके अलावा सौर ऊर्जा पर्यावरण को शुद्ध रखने में भी सहायक है। विशेषकर छोटी-छोटी ढाणियों व खेतों में सौर ऊर्जा बेहद कारगर साबित हो रही है। प्रदेश सरकार द्वारा भी सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए अनेक योजनाएं क्रियांवित की गई हैं जिससे आमजन को सौर ऊर्जा के उपकरणों को विशेष सब्सिडी भी प्रदान की जाती है। सौर ऊर्जा को भविष्य की बिजली भी कहा जाता है, क्योंकि सौर ऊर्जा के माध्यम से नागरिक अपनी जरुरत अनुसार घर में ही बिजली प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि नवीन एवं नवीनकरणीय ऊर्जा विभाग / हरेड़ा द्वारा मनोहर ज्योति योजना के तहत जिला में 400 उपकरण वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया था जिसमें से 340 उपकरण प्रदान किए जा चुके हैं। इस योजना के तहत विद्युत रहित ढाणी में रह रहे परिवार अथवा ग्रामीण महिला मुखिया परिवार, स्कूल जाने वाली एससी जाति से संबंधित छात्राएं, बीपीएल परिवार, पीएमएवाई (ग्रामीण) के लाभार्थी को प्राथमिकता पर व अन्य ग्रामीण परिवारों को यह सुविधा अनुदान पर उपलब्ध करवाई जाती है। इस योजना में, 150 वॉट का सौर मॉड्यूल, 80 एएचच/12वॉट की लीथियम बैंटरी, एक छत्त का पंखा तथा तीन एलइडी लाइट तथा संबंधित अन्य सामान उपलब्ध करवाया जाता है। इसकी कुल कीमत 22 हजार 500 रुपये है जबकि अनुदान के पश्चात यह सिर्फ 7 हजार 500 रुपये में प्रदान की जाती है। इसी प्रकार 300 वॉट व 500 वॉट के घरेलू इंवर्टर चार्जिंग सिस्टम व संबंधित उपकरणों पर 6 हजार व 10 हजार रुपये का अनुदान दिया जा रहा है। इसमें लाभार्थी के पास अपना इंवर्टर एवं बैंटरी होनी चाहिए। जिला में इस योजना के अंतर्गत अबतक लगभग 800 परिवारों ने इस सिस्टम को अपनाया है। खेतों में बिना डीजल एवं सौर ऊर्जा से चलने वाला सिंचाई पंप आज सबसे आज किसानों के लिए बेहद कारगर साबित हो रहा है। इसमें 3एचपी, 5 एचपी, 7.5 एचपी एवं 10 एचपी तक सौर पंप उपलब्ध है। इस योजना के तहत जिला सिरसा में 6200 आवेदन प्राप्त हुए हैं तथा प्रथम चरण में 3150 पंप का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। जिन कंपनियों को इन पंप के स्थापना के लिए लक्ष्य दिए गए हैं उन्होंने लगभग 1800 साइटस का सर्वे कर लिया है तथा अन्य साइटों का सर्वे जारी है। इन पंपों पर सरकार की ओर से 75 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत अनुदान का लाभ उन किसानों को दिया जाता है जो  अपने खेत में स्प्रिंकलर सैट (फव्वारा सिस्टम), ड्रिप सिस्टम (टपका सिंचाई) अथवा भूमिगत पाइप लाइन का उपयोग करता हो।
ग्रिड कनेक्टेड रूफ टॉप पावर प्लांट:
उपायुक्त बिढ़ान ने बताया कि जिला में घरेलू, संस्थानिक एवं वाणिज्य भवनों के बिजली बिलों में कमी लाने के लिए ग्रिड आधारित रूफ टॉप पावर प्लांट काफी संख्या में लगाए गए हैं, जिससे बिजली बचत के साथ-साथ उनके बिजली बिलों में काफी कमी आई है। इसके तहत इसमें एक से 10 केडब्ल्यू के घरेलू पावर प्लांट पर 40 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है।
उल्लेखनीय है कि इसी वर्ष सिरसा में चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय में 300 किलो वॉट का पावर प्लांट लगाया गया है जिससे विश्वविद्यालय सोलर पावर प्लांट की कुल क्षमता 600 किलो वॉट हो गई है। इसके अतिरिक्त 2800 से 3000 यूनिट बिजली तथा महीने में कुल उत्पादन 80 हजार यूनिट से अधिक हो गया है। इससे विश्वविद्यालय में बिजली बिल में लगभग 7 से 8 लाख रुपए प्रतिमाह की कमी आई है। इसके अतिरिक्त इस वर्ष सभी मुख्य सरकारी भवनों में आरईएससीओ मॉडल में सोलर सिस्टम पावर प्लांट लगाने के लिए सर्वे किया जा रहा है, जिससे इन सभी भवनों में विद्युत आपूर्ति की जा सके एवं इनके बिजली बिलों में कमी लाई जा सके।
ऐसे करें आवेदन :
उपायुक्त बिढ़ाण ने कहा कि सिरसा जिला में सौर ऊर्जा के प्रयोग में अग्रणी है तथा यहां के नागरिक इसके प्रयोग में बढ़-चढ़कर रूचि ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि आमजन इन सभी योजनाओं के लिए इच्छुक आवेदक सरल हरियाणा के पोर्टल पर किसी भी अटल सेवा केंद्र के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। आवेदक किसी भी फ्रॉड वेबसाइट पर आवेदन न करें और किसी भी व्यक्ति को पैसे न दे। सौर ऊर्जा योजनाओं का लाभ उठाने के लिए नागरिक अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय में ही संपर्क कर सकते हैं।

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