संसद में विपक्ष के लगातार हो रहे हमलों के बीच BJP ने मंगलवार को संसदीय दल की बैठक बुलाई है. इस मीटिंग में विपक्ष के हमलों से बचने और सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने की रणनीति पर चर्चा की उम्मीद है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में विपक्षी दलों द्वारा हंगामा करने और कार्यवाही में बाधा पहुंचाने पर पिछली हफ्ते चिंता जताई थी. उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब पूरी मानव जाति कोविड-19 महामारी संकट का सामना कर रही है, विपक्षी दलों का यह रवैया ‘‘बहुत गैर जिम्मेदाराना’’ है.
प्रधानमंत्री ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) संसदीय दल की बैठक में सांसदों को संबोधित करते हुए यह बात कही. वहीं लंबे समय बाद हुई इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत केंद्रीय मंत्रिपरिषद के लगभग सभी सदस्य, बीजेपी सांसद और अध्यक्ष जे पी नड्डा मौजूद थे.
संसदीय कार्यमंत्री प्रल्हाद जोशी ने दिया था बयान
बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए संसदीय कार्यमंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा था. ‘‘प्रधानमंत्री ने विपक्ष के रवैये पर बहुत चिंता व्यक्त की. प्रधानमंत्री चाहते हैं कि सदन में चर्चा हो और सार्थक चर्चा हो. इसके लिए विपक्षी दलों को चर्चा में भाग लेना चाहिए. केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों सहित विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी दलों के हंगामे के कारण सोमवार को संसद का कामकाज बाधित हुआ था. यहां तक कि हंगामे के कारण प्रधानमंत्री मंत्रिपरिषद के सदस्यों का दोनों में से किसी सदन में परिचय नहीं करा पाए. बाद में उन्हें मंत्रियों की सूची को सदन के पटल पर रखना पड़ा.
वहीं पेगासस जासूसी कांड को लेकर संसद में लगातार दूसरे दिन कामकाज बाधित हुआ था. तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस, आप समेत कई दलों ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरा था. हालांकि पीएम मोदी के रुख से यह साफ हो गया है कि सरकार इस मामले में बचाव की जगह आक्रामक मुद्रा अपनाएगी.