पिछले लोकसभा चुनाव में हिसार और सिरसा हरियाणा की दो ऐसी सीट थी, जहां भाजपा ने पहली बार कमल खिलाया था। हिसार से भाजपा के पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह ने रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की थी, वहीं सिरसा लोकसभा सीट से सुनीता दुग्गल ने बाजी मारी थी।
बीते पांच साल में इन सीटों पर राजनीतिक समीकरण काफी बदल गए हैं। बृजेंद्र सिंह और उनके पिता दिग्गज नेता बीरेंद्र सिंह कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। वहीं, मौजूदा सांसद सुनीता दुग्गल को भाजपा ने इस बार घर बैठा दिया है। पार्टी ने हिसार से चौधरी देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला और सिरसा से अशोक तंवर को मैदान में उतारा है। दोनों ही उम्मीदवार मोदी-मनोहर के सहारे मैदान में हैं।
किसानों के विरोध और अंदर खाते असंतुष्ट नेताओं की वजह से भाजपा उम्मीदवारों के सामने चुनौतियां बढ़ी हुई हैं। वहीं, कांग्रेस को दोनों ही सीटों पर लंबे समय से एक अदद जीत का इंतजार है। हालांकि अभी तक कांग्रेस ने उम्मीदवार घोषित नहीं किए, मगर हिसार से बृजेंद्र सिंह और सिरसा से कुमारी सैलजा का नाम चर्चा में है। हिसार में चौधरी बीरेंद्र सिंह के आने से कांग्रेस को मजबूती मिली है। उधर, सिरसा से सैलजा दो बार और उनके पिता चार बार सांसद रह चुके हैं, जो कांग्रेस के लिए मजबूती का काम कर सकते हैं। वहीं, दोनों ही सीट पर इनेलो और जजपा को हलके में नहीं लिया जा सकता। दोनों का अच्छा खासा वोट बैंक है। मगर दोनों किसको फायदा और नुकसान पहुंचाएंगे। यह देखने वाली बात होगी।