पंजाब में कांग्रेस के लुधियाना के सांसद रवनीत बिट्टू कुछ समय पहले ही भाजपा में शामिल हुए थे। उन्होंने दिल्ली में पार्टी का दामन थामा था। बिट्टू पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिंह के पोते हैं। वे दो बार लुधियाना से सांसद रह चुके हैं। इसके अलावा वे श्री आनंदपुर साहिब से भी सांसद का चुनाव जीत चुके हैं। उन्हें लुधियाना से पार्टी का टिकट मिल गया है
बिट्टू ने 2009 में श्री आनंदपुर साहिब से पहली बार सांसद का चुनाव जीता था। इसके बाद वे 2014 और 2019 में लुधियाना लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे। 2019 में बिट्टू ने सिमरजीत सिंह बैंस को मात दी थी। वे काफी मुखर नेता माने जाते हैं। वहीं बिट्टू लुधियाना सीट से कांग्रेस के टिकट पर दो बार और आनंदपुर साहिब सीट से एक बार सांसद चुने जा चुके थे।
इससे पहले पटियाला की कांग्रेस सांसद कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर भी भाजपा में शामिल हो चुकी हैं। उन्हें भी पटियाला सीट से पार्टी की टिकट की दिया गया है। पटियाला की सांसद परनीत कौर ने इस बार का लोकसभा चुनाव पटियाला से ही लड़ने की इच्छा जाहिर की थी। परनीत कौर ने कुछ दिन पहले ही भाजपा ज्वाइन की थी। परनीत कौर ने कहा था कि मैं पटियाला से चुनाव लड़ना चाहूंगी, क्योंकि यह मेरा घर है हालांकि इसका फैसला भाजपा आलाकमान को करना है।
1952 से पटियाला सीट पर अब तक 17 बार चुनाव हुए हैं, जिनमें से सबसे अधिक 11 बार कांग्रेस ने जीत हासिल की है। कैप्टन की पत्नी 79 साल की परनीत कौर पटियाला की मौजूदा सांसद हैं। परनीत चार बार इस सीट से लोकसभा चुनाव जीत चुकी हैं। उन्होंने सबसे पहले साल 1999 में और फिर 2004, 2009 और 2019 में यहां से चुनाव जीते हैं।
पंजाब में आम आदमी पार्टी के इकलौते सांसद सुशील कुमार रिंकू को भाजपा में शामिल होने के बाद अब टिकट भी मिल गया है। रिंकू को पार्टी जालंधर से टिकट दे चुकी थी। उनके साथ ही जालंधर वेस्ट से आप विधायक शीतल अंगुराल भी बीजेपी में शामिल हुए थे। भाजपा में शामिल होने के बाद सुशील कुमार रिंकू ने कहा कि यह सच है कि मैंने जालंधर के लोगों से जो वादे किए थे, वे पूरे नहीं हुए क्योंकि मेरी पार्टी (आप) ने मेरा समर्थन नहीं किया। मैं पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की कार्यशैली से प्रभावित हूं।