एक-एक सीट पर चर्चा के लिए पार्टी का शीर्ष नेतृत्व बुधवार से ही राज्यों के कोरग्रुप के साथ बैठक कर रहा है। अब तक राजस्थान, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, ओडिशा के कोर ग्रुप के साथ बैठक हो चुकी है। इसी क्रम में महाराष्ट्र पर भी प्रारंभिक चर्चा हुई है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इन बैठकों में 150 सीटों पर नाम लगभग तय कर लिए गए हैं।
दूसरी सूची में उत्तर प्रदेश की कुछ और सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए जाएंगे। इसके अलावा उत्तराखंड और दिल्ली की बची क्रमश: दो-दो, हिमाचल प्रदेश की सभी चार, हरियाणा की आठ सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए जाएंगे। पार्टी सूत्रों का कहना है कि रायबरेली सीट पर बाद में घोषणा की जा सकती है।
बिहार में सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर सहमति न बन पाने के कारण बृहस्पतिवार को प्रस्तावित कोर ग्रुप की बैठक टाल दी गई। असल में भाजपा यहां पर खुद कम से कम 17 सीटों पर लड़ना चाहती है, जबकि जदयू को अधिकतम 13, उपेंद्र कुशवाहा को दो, जीतन राम मांझी को एक सीट देना चाहती है। लोजपा को पार्टी पांच से अधिक सीटें नहीं देना चाहती। मुश्किल यह है कि लोजपा के दोनों धड़े पहले की तरह छह-छह सीटों पर अपने दावे जता रहे हैं। इसके अलावा भाजपा और जदयू में कुछ सीटों की अदला-बदली भी होनी है।
महाराष्ट्र में सीट बंटवारे में कमोबेश सहमति बनने के बाद सीटें चिहि्नत करने का सिलसिला शुरू हुआ है। यहां शिवसेना शिंदे गुट को 10 और एनसीपी अजीत गुट को पांच सीटें देने की बात कही जा रही है।