अखिल भारतीय कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने शुक्रवार को हरियाणा के कैथल में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। बैठक के बाद सुरजेवाला ने समर्थन मूल्य पर भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों की आय दोगुनी तो नहीं की, लेकिन उन्हें दर्द जरूर दिया। वहीं एमएसपी को लेकर रणदीप सुरजेवाला का केंद्र सरकार पर तंज कसा।
उन्होंने कहा कि भाजपा का डीएनए ही किसान विरोधी है। MSP के नाम पर किसानों को लॉलीपॉप दिया जा रहा। एमएसपी की घोषणा कर MSP पर फसल नहीं खरीदी जा रही। हर वर्ष खेती का बजट काटा जा रहा। किसान सम्मान निधि से 1.53 करोड़ किसानों का नाम हटाया गया।
देश के किसानों ने 10 साल पुरानी मोदी सरकार को हराकर बैसाखी पर लाकर खड़ा किया, लेकिन बैसाखी के सहारे चल रही सरकार किसानों पर बर्बरता करने से बाज नहीं आ रही है। न तो किसानों के समर्थन मूल्य के लिए कानून बना रही है और न ही किसानों को स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुसार लागत से 50 प्रतिशत अधिक मुनाफा दे रही है।
खरीफ फसल 2024-25 का MSP “लागत+50 प्रतिशत मुनाफा” पर निर्धारित नहीं किया गया। मोदी व भाजपा किसान से दो बड़े वादे कर सत्ता में आए। पहला वादा था, किसान के MSP को “लागत 50 प्रतिशत मुनाफा” पर निर्धारित करना। दूसरा वायदा था कि इस एमएसपी निर्धारण के फॉर्मूले से साल 2022 तक देश के 62 करोड़ किसान की आय दोगुनी हो जाना। दोनों बातें सफेद झूठ साबित हुई हैं। खरीफ की फसलों MSP निर्धारित करते हुए मोदी सरकार ने न तो भाजपा शासित प्रांतों की सिफारिश मानी, और न ही लागत 50 प्रतिशत मुनाफा के आधार पर MSP निर्धारित किया।