भाजपा नेता ने शिकायत में नौ वर्षीय दुष्कर्म पीड़िता की पहचान उजागर करने का आरोप लगाया है।गौरतलब है कि दिल्ली के कैंट एरिया में इस 9 साल की बच्ची की हत्या के बाद परिवार पर दबाव डालकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया था। यह बच्ची अपने माता-पिता के साथ श्मशान घाट के सामने किराए के घर में रहती थी। एक अगस्त की शाम करीब साढ़े पांच बजे वह श्मशान घाट के कूलर से पीने के लिए पानी लेने आई थी।
इसके बाद उसकी संदिग्ध मौत हो गई थी। आरोपियों ने बच्ची की मां को बुलाकर कहा कि करंट लगने से उसकी मौत हो गई है। आरोप है कि उसकी हत्या से पहले उसके साथ दुष्कर्म भी किया गया था।
इस महीने की शुरुआत में राहुल पीड़िता के परिवार से मिलने उनके गांव नांगल जाकर मिले थे। राहुल गांधी ने इस मुलाकात की तस्वीर टि्वटर पर पोस्ट भी की थी।
गौरतलब है कि माइनर रेप विक्टिम की पहचान उजागर करना कानूनन जुर्म है। इस मामले का संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने दिल्ली पुलिस और राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा था।
राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के मुताबिक राहुल का यह कृत्य जुवेनाइल जस्टिस एक्ट और पॉक्सो एक्ट का उल्लंघन करता है। वहीं कांग्रेस ने दावा किया है कि इस तस्वीर को पोस्ट करने के बाद कुछ समय के लिए राहुल गांधी का टि्वटर अकाउंट अस्थायी तौर पर लॉक हो गया था।
बता दें कि इस मामले में राहुल गांधी के अलावा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता और सीपीआई-एम की नेता बृंदा करात ने भी पीड़िता के परिवार से मिलने पहुंचे थे।