दोनों राज्यों के भाजपा नेताओं ने दी अपनी-अपनी दलील ,चंडीगढ़ पर हरियाणा और पंजाब आमने-सामने !

parmodkumar

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हरियाणा में भाजपा की सरकार है, लेकिन पंजाब के भाजपा नेता ही इस फैसले का विरोध कर रहे हैं

\हरियाणा को चंडीगढ़ में नए विधानसभा भवन के लिए 10 एकड़ जमीन देने को लेकर पंजाब और हरियाणा आमने-सामने आ गए हैं। हरियाणा में भाजपा की सरकार है, लेकिन पंजाब के भाजपा नेता ही इस फैसले का विरोध कर रहे हैं।पंजाब भाजपा प्रदेश ध्यक्ष सुनील जाखड़ ने पीएम नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा कि वे हरियाणा विधानसभा के लिए चंडीगढ़ में भूमि का आवंटन रुकवाएं। पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और अकाली दल ने भी इसका विरोध किया है। दूसरी ओर, हरियाणा के भाजपा नेताओं ने प्रदेश का अलग विधानसभा भवन चंडीगढ़ में बनने के हक में आवाज उठाई है और पंजाब के नेताओं को आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस ने तो भवन के लिए जमीन के बदले चंडीगढ़ को जमीन देने का भी विरोध किया है।

चंडीगढ़ में हरियाणा का 40 प्रतिशत हक : भूपेंद्र
हरियाणा के कांग्रेस नेता भूपेंद्र हु़ड्डा ने कहा कि हरियाणा के विधानसभा भवन के लिए चंडीगढ़ को जमीन के बदले जमीन हस्तांतरित ही नहीं की जानी चाहिए थी, क्योंकि चंडीगढ़ में हरियाणा का 40 फीसदी हक है। वहीं, भाजपा सांसद किरण चौधरी ने कहा कि पंजाब के नेता कुछ भी बोलते रहें, हरियाणा को उसका हक मिला है। चंडीगढ़ को 12 एकड़ जमीन देने के बदले में हरियाणा को 10 एकड़ जमीन विधानसभा भवन बनाने को मिली है। किरण ने कहा कि चंडीगढ़ में शुरू से हमारा 60:40 का अनुपात था। वह हमें कभी मिला नहीं। सीएम नायब सिंह सैनी और विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र ने जमीन दिए जाने का स्वागत किया और कहा कि जल्द काम शुरू होगा।

मंत्री विज ने कहा-समझौते को लागू नहीं कर रहा पंजाब
हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने कहा कि पंजाब के सीएम भगवंत सिंह मान चंडीगढ़ पर हक जमाते हैं, लेकिन चंडीगढ़ तब उनका है, जब वह विभाजन में मिला हिंदी भाषी क्षेत्र हरियाणा को स्थानांतरित कर देंगे, जब हरियाणा को एसवाईएल का पानी दे देंगे। यह सब होने तक चंडीगढ़ पर हरियाणा का अधिकार है। दोनों राज्यों के बीच जो समझौता हुआ था, पंजाब उसे लागू नहीं कर रहा। उन्होेंने कहा कि जिस समय पंजाब व हरियाणा अलग हुए, उस समय हरियाणा को वर्तमान विधानसभा परिसर में एडजस्ट किया गया।

पंजाब की आप सरकार की पूर्व मंत्री अनमोल गगन मान ने कहा, हरियाणा विस का भवन चंडीगढ़ में इसलिए बनाया जा रहा है, ताकि चंडीगढ़ पर उसका पक्के तौर पर अधिकार कायम हो जाए। पंजाब कांग्रेस के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि पंजाब के 22 गांवों को उजाड़कर चंडीगढ़ बसाया गया था। चंडीगढ़ को अस्थायी तौर पर हरियाणा की राजधानी बनाकर शासन और प्रशासनिक कार्याें के लिए बंदोबस्त किया गया था। पंजाब भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, पीएम मोदी ने पंजाबियों के सामाजिक व धार्मिक उत्थान की दिशा में कई कार्य किए हैं, लेकिन हरियाणा को चंडीगढ़ में जमीन देने के फैसले से पंजाब के लोगों को ठेस पहुंचेगी।  पंजाब की राजधानी होने के नाते चंडीगढ़ सिर्फ एक भू-भाग ही नहीं है, बल्कि पंजाब के लोगों की गहरी भावनाओं से जुड़ा है।