हरियाणा निकाय चुनाव में बीजेपी की बड़ी जीत, 10 में से 9 महापौर पदों पर कब्जा

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हरियाणा निकाय चुनाव में बीजेपी की बड़ी जीत, 10 में से 9 महापौर पदों पर कब्जा

हरियाणा नगर निकाय चुनावों में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया है। पार्टी ने 10 में से 9 महापौर पदों पर जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल सकी।


बीजेपी का दबदबा, कांग्रेस को बड़ा झटका

हरियाणा में हुए नगर निकाय चुनावों में बीजेपी ने एक बार फिर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों के छह महीने बाद पार्टी ने निकाय चुनाव में भी शानदार जीत दर्ज की। 10 नगर निगमों में हुए चुनाव में बीजेपी ने 9 महापौर सीटें जीत लीं, जबकि कांग्रेस को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा।

कांग्रेस को सोनीपत और रोहतक जैसे अपने मजबूत गढ़ों में भी हार झेलनी पड़ी। रोहतक को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ माना जाता था, लेकिन वहां भी बीजेपी ने जीत हासिल की।


हरियाणा के सीएम ने क्या कहा?

चुनाव परिणामों पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि यह जीत सरकार की नीतियों और विकास कार्यों पर जनता की मुहर है। उन्होंने इसे ‘ट्रिपल इंजन सरकार’ का नतीजा बताया और कहा कि इससे ‘विकसित हरियाणा-विकसित भारत’ के लक्ष्य को तेजी से पूरा किया जाएगा।


निकाय चुनाव कब हुए?

हरियाणा में सात नगर निगमों – गुरुग्राम, मानेसर, फरीदाबाद, हिसार, रोहतक, करनाल और यमुनानगर में महापौर और वार्ड सदस्यों के चुनाव 2 मार्च को हुए थे। इसके अलावा अंबाला और सोनीपत नगर निगमों में महापौर पद के उपचुनाव भी कराए गए थे। पानीपत नगर निगम के महापौर और 26 पार्षदों के चुनाव के लिए 9 मार्च को मतदान हुआ था।


महापौर सीटों पर किसका कब्जा?

चुनाव नतीजों के अनुसार, बीजेपी के उम्मीदवारों ने अंबाला, फरीदाबाद, गुरुग्राम, हिसार, करनाल, रोहतक, सोनीपत, यमुनानगर और पानीपत में अपने निकटतम कांग्रेस प्रत्याशियों को हराया।

हालांकि, मानेसर में निर्दलीय उम्मीदवार इंद्रजीत यादव ने बाजी मारी और बीजेपी प्रत्याशी सुंदरलाल को 2,293 वोटों से हराया।


कांग्रेस नेताओं ने छोड़ी पार्टी, बीजेपी में हुए शामिल

कई पूर्व कांग्रेस नेता इस चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हो गए थे, जिससे कांग्रेस को और नुकसान उठाना पड़ा।

  • सोनीपत के पूर्व कांग्रेस महापौर निखिल मदान बीजेपी में शामिल होकर विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं।
  • अंबाला की शक्ति रानी शर्मा, जो हरियाणा जनचेतना पार्टी से महापौर थीं, ने भी बीजेपी जॉइन की और कालका विधानसभा सीट से जीत हासिल की।

बड़ी जीत दर्ज करने वाले उम्मीदवार

फरीदाबाद से बीजेपी प्रत्याशी प्रवीण जोशी ने 3 लाख से अधिक मतों से जीत हासिल की। गुरुग्राम से राज रानी ने 1.79 लाख वोटों से जीत दर्ज की।

अन्य बड़े अंतर से जीतने वाले उम्मीदवार:

  • करनाल से रेणु बाला गुप्ता
  • पानीपत से कोमल सैनी

रोहतक में बीजेपी के राम अवतार ने कांग्रेस के सूरजमल किलोई को 45,198 वोटों से हराया। यमुनानगर से बीजेपी की सुमन ने कांग्रेस की किरण देवी को 73,319 वोटों से पराजित किया।


कांग्रेस की अंदरूनी कलह बनी हार की वजह

राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, कांग्रेस को इस चुनाव में अंदरूनी गुटबाजी और नेताओं के पार्टी छोड़ने का खामियाजा भुगतना पड़ा। वहीं, बीजेपी ने जमीनी स्तर पर मजबूत संगठन और सटीक रणनीति से जीत सुनिश्चित की।


बीजेपी को था जीत का भरोसा

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पहले ही कहा था कि बीजेपी नगर निगम चुनावों में जीत हासिल करेगी। उन्होंने इसे ‘ट्रिपल इंजन सरकार’ का परिणाम बताया, जहां केंद्र, राज्य और नगर निकायों में बीजेपी की सरकार होने से विकास की गति तेज हो रही है।