भाजपा का नीतीश पर प्रहार- BJP के चलते 2 से 16 सीटों पर पहुंची जदयू

Parmod Kumar

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जदयू द्वारा भाजपा से अलग होने के फैसले पर पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने नीतीश कुमार पर पलटवार किया है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि जिस भ्रष्टाचार की वजह से नीतीश कुमार ने आरजेडी का साथ छोड़कर भाजपा के साथ सरकार बनाई, आज वो फिर आरजेडी के साथ सरकार बना रहे हैं। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या भ्रष्टाचार खत्म हो गया? रविशंकर प्रसाद ने कहा, “नीतीश कुमार गैर कांग्रेसी नेता रहे हैं। उनकी राजनीति गैर-कांग्रेसवाद के इर्द-गिर्द रही है। क्या यह विचारधारा खत्म हो गई? भ्रष्टाचार और गैर-कांग्रेसवाद से समझौता करके नीतीश कुमार ने भ्रष्टाचार और कांग्रेसवाद का पक्ष लिया। इसके लिए बधाई, जनता लोकसभा और विधानसभा चुनावों में इसका जवाब देगी। रविशंकर प्रसाद ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, “2017 में आपने आरजेडी का साथ छोड़ने को लेकर कहा था कि मैं बहुत असहज हूं कि तेजस्वी यादव अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों का जवाब नहीं दे पा रहे हैं, और उसके बाद आप भाजपा के साथ आ गए। आपने 2019 का लोकसभा चुनाव भाजपा के साथ लड़ा और 16 सीटें जीतीं, उस वक्त तक भाजपा ठीक थी?” भाजपा नेता ने कहा कि मेरा सवाल है भ्रष्टाचार के गोद में नीतीश जी फिर से चले गए। उन्होंने 2017 में क्या कहा था? रेलवे भर्ती, मॉल, रेलवे होटल को रांची में बेचने के मामले में भारी घपला हुआ है। तेजस्वी ने कहा था कि मैं अपने वकील से बात करूंगा। क्या अब नीतीश जी को जबाव मिल गया? रविशंकर ने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार की जनता के जनादेश का अपमान किया है। नीतीश द्वारा भाजपा से अलग होने के फैसले पर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा की वजह से जदयू लोकसभा में 2 से 16 सीटों पर जा पहुंची। लेकिन अब फिर भाजपा का साथ छोड़कर फिर आरजेडी का हाथ थाम लिया है। दरअसल 2014 लोकसभा चुनाव में नीतीश की पार्टी के दो सांसद ही थे। वहीं जब जदयू ने 2019 में भाजपा के साथ लोकसभा चुनाव लड़ा को उसके 16 सांसद चुने गए। वहीं बिहार भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार में आपराधिक घटनाएं बढ़ रही थी, इसको लेकर हमारा सवाल करना नीतीश कुमार को पसंद नहीं आया। संजय जायसवाल ने कहा, नीतीश को तकलीफ थी कि आखिर क्यों एक पिछड़े जाति का डिप्टी सीएम बना है। उन्हें असहजता थी कि क्यों एक अति पिछड़े समाज की बेटी उपमुख्मंत्री बनी है। जायसवाल ने कहा, “बिहार में अगर शराबकांड में लोगों की मौत होगी तो हम तो सवाल पूछेंगे ही। हम क्यों नहीं सीएम नीतीश से इसपर बात करेंगे। इसको लेकर वे असहज थे। इन घटनाओं को लेकर हम उनके सामने बात रखते थे, और यह बातें उन्हें चुभती थीं।”