भाजपा के शांतिस्वरूप बने नगर परिषद सिरसा के चेयरमैन

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भाजपा के शांतिस्वरूप बने नगर परिषद सिरसा के चेयरमैन

तीन साल बाद मिली नगर परिषद को नई अध्यक्षता

सिरसा नगर परिषद को साढ़े तीन साल बाद नया चेयरमैन मिल गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी वीर शांतिस्वरूप ने अपने प्रतिद्वंदी जसविंद्र कौर को 12,379 वोटों से हराकर जीत दर्ज की। वीर शांतिस्वरूप को कुल 41,061 वोट मिले, जबकि जसविंद्र कौर को 28,682 मत प्राप्त हुए। इस जीत के साथ, शांतिस्वरूप सिरसा नगर परिषद के 9वें चेयरमैन बने हैं।

भाजपा को मिला नगर परिषद में बहुमत

नगर परिषद चुनाव में भाजपा को बड़ी सफलता मिली। कुल 32 पार्षदों में से 20 भाजपा प्रत्याशी विजयी रहे, जबकि गोकुल सेतिया समर्थित 10 प्रत्याशी भी चुनाव जीतने में सफल रहे। 816 मतदाताओं ने नोटा का विकल्प चुना।

“यह जीत मेरी नहीं, भाजपा के सुशासन और विकास की है” – वीर शांतिस्वरूप

अपनी जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए वीर शांतिस्वरूप ने कहा कि यह केवल उनकी व्यक्तिगत जीत नहीं है, बल्कि भाजपा के सुशासन और विकास कार्यों की जीत है। उन्होंने कहा कि ट्रिपल इंजन की सरकार (केंद्र, राज्य और स्थानीय निकाय) के जरिए शहर का सौंदर्यीकरण और विकास किया जाएगा। उन्होंने जनता को भरोसा दिलाया कि वे सुशासन देने और विकास कार्यों को गति देने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

शहर विकास की योजनाएं और प्राथमिकताएं

Q: चेयरमैन पद की शपथ लेने के बाद आपकी प्राथमिकताएं क्या होंगी?
A: सबसे पहले आवारा पशुओं और ट्रैफिक पार्किंग की समस्या का समाधान किया जाएगा। इसके अलावा, ऑटो मार्केट की दिक्कतों का निवारण भी प्राथमिकता में रहेगा।

Q: शहर के लिए कुछ नई योजनाएं?
A: कार्यभार संभालने के बाद नगर परिषद के अधिकारियों और जनता के साथ मिलकर योजनाएं बनाई जाएंगी। शहर में सीवर, पानी, सड़क और स्ट्रीट लाइट जैसी सुविधाओं को और बेहतर किया जाएगा।

Q: विपक्षी पार्टी के पार्षदों के वार्डों में विकास को लेकर क्या नीति होगी?
A: भाजपा बिना किसी भेदभाव के विकास कार्य करेगी। सभी पार्षदों को साथ लेकर शहर की बेहतरी के लिए कार्य किया जाएगा।

जीत का जश्न, गुलाल और ढोल-नगाड़ों के साथ निकाला विजयी जुलूस

चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद भाजपा और हलोपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार जश्न मनाया। समर्थकों ने गुलाल उड़ाकर और ढोल-नगाड़ों की धुन पर नाचते हुए जीत का उत्सव मनाया। पटाखे फोड़े गए और मिठाइयां बांटी गईं। विजयी पार्षदों को उनके वार्ड में पहुंचने पर फूल मालाओं से लाद दिया गया।

मतगणना केंद्र पर कड़ी सुरक्षा, वाहनों का रूट किया गया डायवर्ट

मतगणना के दौरान सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी। शहर के अलग-अलग हिस्सों में पुलिस नाके लगाए गए। बाबा भूमण शाह चौक, लघु सचिवालय और सीडीएलयू के मुख्य द्वार पर पुलिस ने कड़ी निगरानी रखी। बिना अनुमति और पहचान पत्र के किसी को भी मतगणना केंद्र में प्रवेश नहीं दिया गया। मतगणना केंद्र के चारों ओर 300 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे।

परिणाम घोषित होते ही कुछ प्रत्याशी मायूस होकर लौटे

चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद हारने वाले प्रत्याशी मायूस नजर आए। कई प्रत्याशियों ने जीतने वाले उम्मीदवारों पर धनबल और शराब के प्रयोग का आरोप लगाया। नगर परिषद चेयरमैन पद के पराजित प्रत्याशी काउंटिंग हाल के पिछले दरवाजे से ही निकल गए।

वार्ड 20 में बड़ी जीत, वार्ड 1 में कांटे की टक्कर

वार्ड नंबर 20 से भाजपा प्रत्याशी संजीव रातुसरिया ने अपने प्रतिद्वंदी अमित सोनी को 1,258 वोटों से हराया। संजीव रातुसरिया को कुल 1,918 वोट मिले, जबकि अमित सोनी को केवल 607 मत प्राप्त हुए। दूसरी ओर, वार्ड नंबर 1 में बेहद करीबी मुकाबला देखने को मिला, जहां निर्दलीय प्रत्याशी आरती ने भाजपा प्रत्याशी प्रियंका बोगरा को मात्र 34 वोटों से हराकर जीत दर्ज की। आरती को 880 और प्रियंका को 846 वोट मिले।

नगर परिषद चुनाव के नतीजों ने स्पष्ट कर दिया कि सिरसा में भाजपा का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है और जनता ने विकास को प्राथमिकता देते हुए अपना निर्णय सुनाया है।