हरियाणा के प्राइवेट स्कूलों में पहली बार बोर्ड एग्जाम:400 प्राइवेट स्कूलों में परीक्षा केंद्र बनाए, प्रिंसिपल को ही केंद्र अधीक्षक की जिम्मेदारी

PArmod Kumar

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हरियाणा में पहली बार प्राइवेट स्कूलों में बोर्ड परीक्षार्थी एग्जाम देंगे। इसके लिए बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन हरियाणा (BSEH) की ओर से 400 प्राइवेट स्कूलों में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसके साथ ही स्कूल के ही प्रिंसिपल को केंद्र अधीक्षक की भी जिम्मेदारी दी गई है। राज्य में 27 फरवरी से बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो रही हैं।

इस वजह से लिया गया फैसला
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय से 139 सरकारी मॉडल संस्कृति स्कूल, जो अब CBSE से संबद्ध हो चुके हैं, को परीक्षा केंद्रों के रूप में नहीं बनाने के साथ-साथ परीक्षा आयोजित करने में उनके स्टाफ के सदस्यों को शामिल नहीं करने के निर्देश प्राप्त करने के बाद, नए केंद्र स्थापित किए हैं। बोर्ड का मानना है कि निजी स्कूल में परीक्षा आयोजित से ज्यादा पारदर्शिता सुनिश्चित होगी।

बोर्ड परीक्षा में कैमरे बहुत महत्वपूर्ण हैं। क्योंकि आजकल छात्र अकसर नकल और कदाचार में लिप्त होते हैं। बोर्ड मुख्यालय में एक कमांड एंड कंट्रोल सेंटर स्थापित किया जाएगा, जहां सभी केंद्रों की लाइव फीड उपलब्ध होगी। इसके साथ ही संबंधित निजी स्कूल के प्रिंसिपल केंद्र अधीक्षक होंगे और उसी स्कूल के स्टूडेंट्स को एक ही केंद्र नहीं दिया जाएगा। उनका सेंटर दूसरे स्कूल में होगा।

निजी स्कूलों में ही बनेंगे असेसमेंट सेंटर
बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं का असेसमेंट सेंटर भी प्राइवेट स्कूलों में बनेगा। अब तक शिक्षा बोर्ड प्रशासन केवल सरकारी विद्यालयों को ही परीक्षा केंद्र बनाता आ रहा है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से प्रदेश भर में करीब सात हजार प्राइवेट स्कूल संबद्धता प्राप्त हैं। परीक्षा केंद्र बनवाने के लिए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड प्रशासन के द्वारा प्राइवेट स्कूलों से आवेदन मांगे थे, इनके लिए शिक्षा बोर्ड प्रशासन ने नियम व शर्तें भी निर्धारित की हैं।

पिछले साल प्रदेश में बने थे 1547 परीक्षा केंद्र
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की पिछले साल मार्च 2022 की दसवीं और बारहवीं की परीक्षा के लिए 1547 परीक्षा केंद्र स्थापित किए गए थे। इसमें सेकेंडरी की परीक्षा में तीन लाख 78 हजार 518 परीक्षार्थी बैठे थे, जबकि सीनियर सेकेंडरी की परीक्षा में दो लाख 90 हजार 294 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी। इस तरह हर साल शिक्षा बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की परीक्षा में करीब छह लाख से अधिक परीक्षार्थी बोर्ड परीक्षाओं में बैठेंगे।