ओढां। दी सिरसा सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक की ओढां शाखा के प्रबंधक पर गांव किंगरे की विधवा महिला की पेंशन हड़पने के आरोप लगा है। जनता अधिकार मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष जसविंद्र सिंह बब्बू के नेतृत्व में मंगलवार को लोग ओढां कोऑपरेटिव बैंक में पहुंचे। इस दौरान बैंक में काफी देर तक हंगामा होता रहा। मामला बढ़ता देख ब्रांच मैनेजर ने यह कहकर द्रोपदी देवी को 6 हजार रुपये की पेंशन राशि लौटा दी कि उनसे कागजों में कोई त्रुटि रह गई होगी।
इस दौरान गांव ओढां के गुरमीत सिंह ने भी शाखा प्रबंधक पर आरोप लगा दिए। उसने कहा कि ब्रांच मैनेजर ने उससे 18 अक्तूबर को खाली वाउचर पर हस्ताक्षर करवा कर उसके मृतक पिता सुखदेव सिंह की पेंशन के 3 हजार रुपये ही दिए। जनता अधिकार मोर्चा के पदाधिकारी व अन्य लोगों ने रजिस्टर दिखाने की मांग की। दो घंटे तक ब्रांच मैनेजर रजिस्टर दिखाने को लेकर टाल-मटोल करता रहा। इसके बाद बैंक के अन्य कर्मचारियों ने लोगों के सामने रजिस्टर खोलकर चेक किया तो पाया गया कि गुरमीत सिंह के पिता सुखदेव सिंह के नाम पर 6 हजार रुपये की पेंशन निकाली गई है। इसके बाद ब्रांच मैनेजर ने गुरमीत सिंह को 3 हजार रुपये ही दिए गए थे। मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष जसविंद्र सिंह ने ब्रांच मैनेजर राकेश शर्मा से जवाब मांगा तो वे बीमार होने की बात कहकर वहां से निकल गए। इसके बाद लोगों ने रोष जताते हुए ब्रांच मैनेजर पर पैसे हड़पने के आरोप लगाए। उन्होंने सरपंच प्रतिनिधि सुखपाल सिंह को भी फोन कर मौके पर बुलाया और इसकी जांच होनी चाहिए। इस दौरान लोगों ने मौके पर मौजूद को-ऑपरेटिव बैंक सिरसा के असिस्टेंट मैनेजर को महाप्रबंधक के नाम शिकायत पत्र सौंपते हुए कहा कि अगर 2 दिन के भीतर ब्रांच मैनेजर पर विभागीय कार्रवाई होनी चाहिए अन्यथा वे बैंक में धरना लगा देंगे।
पेंशन हड़पने जैसी कोई बात नहीं है। जितने पैसे वाउचर में लिखे हुए हैं उतने ही दिए गए हैं। इस पर बाकायदा हस्ताक्षर भी हैं। ऐसे भला कैसे हो सकता है। कुछ लोग इस मामले को वैसे ही तूल दे रहे हैं। – राकेश शर्मा, ब्रांच मैनेजर (ओढां)
मेरी ड्यूटी जांच विभाग में है। हम किसी अन्य मामले में जांच के लिए ओढां ब्रांच में गए थे। इस दौरान लोगों ने ब्रांच मैनेजर पर आरोप लगाए और हमें महाप्रबंधक के नाम शिकायत पत्र दिया है। ये शिकायत हम महाप्रबंधक को सौंपेंगे। इसके बाद आगे की कार्रवाई वे ही करेंगे। -अभय जिंदल, असिस्टेंट मैनेजर