पंजाब सरकार वेलफ़ेयर पेंशन बड़ी बढोत्तरी का राग अलाप रही है और इसे विधानसभा चुनाव में भुनाने की कोशिश में है। वहीं कई संगठन पेंशन नहीं मिलने की वजह से प्रदर्शन कर रहे हैं तो कई संगठन सातवें पे कमीशन को लागू करने की मांग कर रहे हैं। वहीं रोडवेज़ कर्मचारी पक्का करने की मांग को लेकर आंदलोन कर रहे हैं। सेवानिवृत कर्मचारियों की पेंशन बहाली नहीं पनसप सेवानिवृत वर्कर एसोसिएशन ने अपनी मांगों और EPFO को लेकर बैठक की। सेवानिवृत एसोसिएशन की तरफ से सरकार के ख़िलाफ़ ज़ोरदार प्रदर्शन करते हुए नारेबाज़ी भी की। बैठक राज्य सचिव जगदीश मिनहास की अध्यक्षता में पनसप कार्यालय के बाहर की गई। जगदीश मिनहास ने बैठक के धरने को संबोधित करते हुए कहा
पंजाब और केंद्र सरकार सेवानिवृत कर्मचारियों की पेंशन बहाली नहीं कर रही है। पंजाब सरकार की तरफ से जिन विभागों के लिए पेंशन कानून जारी किया है उनको भी पेंशन का बकाया नहीं दिया गया है।
पंजाब: अनिल जोशी को टक्कर देंगे उनके ही क़रीबी दोस्त, BJP खेल सकती है इन चेहरों पर दांव सातवां पे-कमीशन लागू करने की मांग वहीं पंजाब सरकार की तरफ़ से सातवां पे-कमीशन लागू नहीं किए जाने के ख़िलाफ़ अब कॉलेज और यूनिवर्सिटी के शिक्षकों ने सड़कों पर उतरने का फैसला लिया है। पंजाब फेडरेशन ऑफ यूनिवर्सिटी एंड कॉलेज टीचर्स आर्गेनाइजेशन, पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन और अन्य शिक्षकों से जुड़ी एसोसिएशन्स ने 3 सितंबर को चंडीगढ़ में बड़ी रैली करने का फैसला किया है। यह महारैली सेक्टर-25 स्थित रैली ग्राउंड में आयोजित की जाएगी। रैली में पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ के सभी कॉलेज प्रोफेसर के अलावा पंजाब से हजारों शिक्षक अपनी मांगों को लेकर एकजुट होंगे। 3 सितंबर को शिक्षकों की रैली तीन सितंबर को सभी शिक्षक मास कैजुअल लीव पर रहेंगे। जबकि बाद में सभी शिक्षक दो घंटे कक्षाओं का बहिष्कार करेंगे। शिक्षक संगठनो ने कहा कि स्टूडेंट्स के हितों को देखते हुए एडमिशन प्रोसेस में किसी तरह की रुकावट नहीं डाली जाएगी। पंजाब फेडरेशन ऑफ यूनिवर्सिटी एंड कॉलेज टीचर्स आर्गेनाइजेशन ने कॉलेज शिक्षकों से जुड़े पीएचडी इंक्रीमेंट और पास्ट सर्विस का लाभ देने की भी मांग की है। शिक्षक संगठनों ने सरकार को जल्द मांगें पूरी करने की चेतावनी दी नहीं तो शिक्षक दिवस(5 सितंबर) से लगातार आंदोलन किया जाएगा ।
पंजाब: क्या सिद्धू CM पद की दावेदारी के लिए सरकार पर बोल रहे हैं हमला ? पढ़िए पूरा मामला 6 सितंबर को रोडवेज़ कर्मी का प्रदर्शन पंजाब रोडवेज पनबस कांट्रैक्ट वर्कर यूनियन और पीआरटीसी के कच्चे कर्मियों ने भी अपनी सेवाएं रेगुलर करने की मांग को लेकर छह सितंबर को हड़ताल करने का फैसला किया है। इस बाबत तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। कांट्रैक्ट वर्कर यूनियन ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर मुलाजिमों की मांगों को लेकर सकराकार की टाल मटोल नीति जारी रखी तो संघर्ष को और तेज किया जाएगा। रोजगार पक्का करवाने के लिए हमारे साथी हर वक़्त संघर्ष में अहम रोल अदा करने के लिए तैयार हैं। वर्कर यूनियन का कहना है कि पंजाब सरकार ट्रांसपोर्ट के कच्चे मुलाजिमों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। पक्का करने के लिए सरकार ने कई बार भरोसा दिलाया लेकिन कोई भी वादा पूरा नहीं किया गया। ट्रांसपोर्ट मंत्री ने भी कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने का आश्वसान दिया था और पहली कैबिनेट बैठक में इसको पास करके लागू करने के लिए कहा था। जिस वजह से यूनियन ने आंदोलन को टाल दिया लेकिन इसके बाद भी मांगों को पूरा नहीं किया गया। पंजाब: SAD ने शुरू की प्रत्याशियों के नाम की घोषणा, कोर कमेटी की बैठक नहीं बुलाने से दिग्गज नाराज़ वेलफेयर पेंशन योजना की शुरुआत आपको बता दें कि मंगलवार को पंजाब की कैप्टन सरकार ने वेलफेयर पेंशन में वृद्धि की है। इसके तहत बुजुर्गों, दिव्यांगों, आश्रित बच्चों और विधवाओं को 1500 रुपये पेंशन दी जाएगी। CM कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को इसकी शुरूआत की। पूर्व अकाली-भाजपा सरकार के दौरान 500 रुपये वेलफ़ेयर पेंशन के तौर पर दी जाती थी। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने औपचारिक तौर पर राज्यभर में इस स्कीम की शुरुआत बुजुर्ग, विधवा, निराश्रित और दिव्यांग लाभार्थियों को बढ़ी हुई पेंशन के चेक वितरित कर किया।