CET फर्जी वेबसाइट से ठगी का भंडाफोड़, पंचकूला पुलिस ने पकड़े 5 आरोपी

0
425

CET फर्जी वेबसाइट से ठगी का भंडाफोड़, पंचकूला पुलिस ने पकड़े 5 आरोपी


गोरखपुर से संचालित हो रही थी फर्जी वेबसाइट, QR कोड के माध्यम से वसूली जा रही थी फीस


पंचकूला पुलिस की बड़ी कार्रवाई

हरियाणा में कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पंचकूला पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस फर्जीवाड़े का खुलासा डीसीपी सृष्टि गुप्ता और डीसीपी क्राइम अमित दहिया ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान किया। आरोपियों में एक महिला भी शामिल है।


फर्जी वेबसाइट बनाकर ली गई फीस

डीसीपी सृष्टि गुप्ता के अनुसार, आरोपियों ने हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) की फर्जी वेबसाइट तैयार की थी। इस वेबसाइट के जरिए उम्मीदवारों से CET परीक्षा के नाम पर पैसे वसूले गए। फर्जी वेबसाइट के जरिये 77 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया और प्रत्येक से करीब ₹22,000 की राशि ली गई।

हालांकि सोशल मीडिया पर वायरल हुए 14 लाख रुपये की ठगी के दावे को पुलिस ने गलत बताया है।


गोरखपुर, फतेहाबाद और कुरुक्षेत्र से गिरफ्तारियां

पुलिस ने बताया कि इस मामले में तीन आरोपियों को गोरखपुर से, एक को फतेहाबाद और एक को कुरुक्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। अब यह जांच की जा रही है कि इस ठगी के पीछे कोई संगठित गिरोह है या नहीं।


HSSC की सतर्कता से हुआ खुलासा

HSSC के सदस्य भूपिंदर सिंह चौहान ने बताया कि 4 जून को आयोग की आईटी टीम ने इस फर्जी वेबसाइट को ट्रैक किया। उसी दिन आयोग को जानकारी मिली कि कुछ अभ्यर्थियों को गुमराह किया जा रहा है।

HSSC चेयरमैन हिम्मत सिंह लगातार सोशल मीडिया के माध्यम से अभ्यर्थियों के संपर्क में थे, जिससे मामले की जानकारी सामने आई।


फर्जी वेबसाइट पर 14 लाख विजिटर

जानकारी के अनुसार, अब तक करीब 46 लाख उम्मीदवारों ने CET से संबंधित वेबसाइटों पर विजिट किया, जिनमें से 32 लाख लोग हरियाणा सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर गए, जबकि 14 लाख अभ्यर्थियों ने फर्जी वेबसाइट पर विजिट किया।

हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कितने लोगों ने फर्जी वेबसाइट पर आवेदन भी किया या नहीं।


असली और फर्जी वेबसाइट में यह अंतर

फर्जी वेबसाइट पर आवेदन करते ही पहले चरण में फीस भरने का विकल्प दिया जा रहा था। जबकि हरियाणा सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर आवेदन फॉर्म भरने के बाद ही फीस भरने का विकल्प आता है।

आयोग ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि किसी भी वेबसाइट पर आवेदन करने से पहले उसकी सत्यता की अच्छे से जांच कर लें।


पुलिस जांच जारी

फिलहाल, पंचकूला पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है। तकनीकी टीम के सहयोग से यह पता लगाया जा रहा है कि इस फर्जी वेबसाइट का संचालन कहां से और कैसे किया गया। पुलिस का कहना है कि मामले में और गिरफ्तारियां संभव हैं।