शुक्रवार को इन राज्‍यों में तेज बारिश की संभावना, बढ़ेगी ठंड, देखें पूरी सूची

Parmod Kumar

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एक साथ कई सिस्टम सक्रिय होने के कारण मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में बीते 24 घंटों में हल्की बारिश हुई है। वर्तमान मौसमी स्थितियों को देखते हुए अनुमान है कि पूर्वी बिहार में किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, सुपौल, मधेपुरा, कटिहार, सहरसा, भागलपुर, बांका और जमुई में कुछ स्थानों पर बेमौसम बरसात तेज़ हो सकती है। बीते 24 घंटों के दौरान झारखंड, आंतरिक ओड़ीशा और गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में गर्जना के साथ बारिश हुई है। 17 फरवरी को पूर्वी भारत के इन राज्यों में बारिश की गतिविधियां और बढ़ सकती हैं। मध्य भारत के कई राज्यों में बारिश की स्थितियां बनी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के अंदर यूपी के दक्षिण-पूर्वी शहरों, झारखंड के पश्चिम क्षेत्रों, मप्र, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के विदर्भ इलाकों में हल्की से मध्यम बरसात होने की आशंका है। इस दौरान वर्षा के साथ कही ओलावृष्टि की भी संभावना है। इन सभी राज्यों में 17 फरवरी तक ऐसा ही मौसम रहेगा। बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में बारिश की संभावना है। एक-दो स्थानों पर ओले भी गिर सकते हैं। मौसम विभाग के मुताबिक 18 फरवरी से यूपी के पूर्वी भागों में मौसम साफ होने लगेगा। झारखंड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र के विदर्भ व मराठावाड़ा और मध्यप्रदेश में 19 फरवरी तक बारिश की गतिविधियां बनी हुई है। स्‍कायमेट वेदर के अनुसार, सभी सिस्टमों की सक्रियता अगले 24 घंटों तक बनी रहेगी और इसी दौरान बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में बारिश होगी। 18 फरवरी से बारिश में कमी आ जाएगी और 19 फरवरी से मौसम शुष्क हो जाएगा। ओडिशा में सुंदरगढ़, झारसुगुदा, मयूरभंज, बारीपाड़ा और संभालपुर जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बौछारें गिर सकती हैं। पश्चिम बंगाल में भी बारिश की गतिविधियां जारी रहने के आसार हैं। हालांकि कोलकाता समेत पश्चिम बंगाल के शहरों में तेज़ वर्षा की संभावना फिलहाल नहीं है। पिछले 24 घंटों में अंडमान व निकोबार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम और अरुणाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में बादलों की गर्जना के साथ हल्की बारिश रिकॉर्ड की गई है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार एक विपरीत चक्रवाती ओडिशा के ऊपर बना हुआ है। जबकि विदर्भ में भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र सक्रिय है। इस चक्रवाती सिस्टम से केरल तक एक ट्रफ बनी है। यह सिस्टम अगले तीन दिनों तक सक्रिय रहेंगे। जिस कारण मध्य और पूर्वी राज्यों में बारिश देखने को मिलेगी।