निलंबित एसआई कृष्ण कुमार शिकायतकर्ता राम मेहर शर्मा के भाई रामदिया के मामले की जांचकर्ता था। उस पर वर्ष 2021 में जीएसटी से जुड़े धोखाधड़ी के आरोप थे। अब मामले में आरोपी की अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन की पार्किंग में गाड़ी मिली है।
सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन (सीबीआई) की गिरफ्त से फरार चल रहे चंडीगढ़ पुलिस के उप निरीक्षक कृष्ण कुमार की गाड़ी अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन की पार्किंग में मिली है। कार में एसआई की वर्दी, मोबाइल फोन, डायरी व अन्य दस्तावेज रखे हुए हैं। कार से संबंधित यह जानकारी जीआरपी ने सीबीआई के साथ साझा की है।
वहीं, सीबीआई से जीआरपी को निर्देश दिए हैं कि कार जहां खड़ी है, उसे वहां ही रहने दिया जाएगा। इस पर पूरी नजर रखी जा रही है। वहीं, अगर इस कार को लेने के लिए कोई भी आता है तो तुरंत इसकी जानकारी जीआरपी द्वारा सीबीआई को दी जाएगी। हालांकि चंडीगढ़ पुलिस ने भ्रष्टाचार के मामले में पहले ही दोनों एसआई को निलंबित किया हुआ है।
आठ दिन पहले खड़ी की थी कार
पार्किंग ठेकेदार देवेंद्र ने बताया कि आठ दिन पहले चंडीगढ़ पुलिस का एसआई गाड़ी को यहां खड़ी करके गया था, उसने बोला था कि वो दो-तीन दिन में वापस आ जाएगा। लेकिन वो नहीं आया। जब दीपावली को लेकर आरपीएफ व जीआरपी ने पार्किंग की तलाशी ली तो उन्हें यह कार नजर आई। कार के अंदर पुलिस की वर्दी, मोबाइल फोन व अन्य दस्तावेज भी रखे हुए हैं।
एक पकड़ा, दूसरा फरार
सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने चंडीगढ़ पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू), सेक्टर-17 में तैनात सब-इंस्पेक्टर हुसैन अख्तर को भ्रष्टाचार के मामले में छह अक्तूबर को गिरफ्तार किया था। इस मामले में ईओडब्ल्यू में तैनात सब-इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार भी शामिल था जोकि अब फरार चल रहा है। हालांकि सीबीआई आरोपी कृष्ण कुमार के ठिकानों पर लगातार नजर बनाए हुए है।
यह था मामला
निलंबित एसआई कृष्ण कुमार शिकायतकर्ता राम मेहर शर्मा के भाई रामदिया के मामले की जांचकर्ता था। उस पर वर्ष 2021 में जीएसटी से जुड़े धोखाधड़ी के आरोप थे। आरोप के मुताबिक, कृष्ण कुमार और अख्तर हुसैन शिकायतकर्ता को डरा-धमकाकर उसके भाई को राहत देने के नाम पर पांच लाख रुपये की रिश्वत मांग रहे थे। वहीं, शिकायतकर्ता का कहना है कि उसके भाई रामदिया का आधार कार्ड, बैंक खाता और बाकी निजी दस्तावेजों का ईश्वर चंद नामक व्यक्ति ने दुरुपयोग किया था। वह भी उस धोखाधड़ी के मामले में सह-आरोपी है। होम लोन के नाम पर ईश्वर चंद ने रामदिया के दस्तावेज लिए थे।
अधिकारी के अनुसार
अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन की कार पार्किंग से एक लावारिस कार मिली थी। जब नंबर से गाड़ी के नंबर से जांच पड़ताल की गई तो यह चंडीगढ़ पुलिस के एक एसआई की थी जोकि सीबीआई से जुड़े मामले में आरोपी है। उन्होंने गाड़ी की जानकारी सीबीआई को दे दी है।