उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में एक पत्रकार समेत 8 लोगों की मौत के बाद से देशभर में बवाल मचा हुआ है। किसानों के आरोप पर केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा और उनके बेटे आशीष मिश्रा मुकदमा दर्ज कर लिया गया है लेकिन पीड़ित अभी भी मृतकों का अंतिम संस्कार करने को राजी नहीं हैं। इस बीच यूपी की योगी सरकार के बाद अब छत्तीसगढ़ और पंजाब के मुख्यमंत्रियों ने भी मृतक किसानों और पत्रकार के परिवार को आर्थिक सहायता राशि देने का ऐलान किया है।
लखीमपुर जाने के लिए लखनऊ हवाई अड्डे पर ही धरने पर बैठे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, ‘छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से, मैं (लखीमपुर खीरी में) किसानों और पत्रकार के परिवारों के लिए 50-50 लाख रुपए की घोषणा करता हूं।’ वहीं, लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति ना मिलने के एक दिन बाद पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी कहा, हम मारे गए किसानों के परिवारों के साथ खड़े हैं। पंजाब सरकार की ओर से मैं पत्रकार सहित मृतकों के परिवारों को 50-50 लाख रुपए देने की घोषणा करता हूं।
बता दें कि लखीमपुर खीरी में आंदोलन कर रहे किसानों को गाड़ी से कुचल दिया गया। इसमें 4 किसानों समेत कुल आठ लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में एक पत्रकार रमन कश्यप भी शामिल थे। पत्रकार के पिता ने दावा किया कि उनके बेटे की मौत गाड़ी से कुचलने से हुई। इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए विपक्षी दलों के नेताओं पर लखीमपुर जाने से रोक लगा दी थी, हालांकि घटना के दो दिन बाद कुछ लोगों को पीड़ितों से मिलने की अजाजत दी गई है। लखनऊ पहुंचने पर जब सीएम भूपेश बघेल को सुरक्षाकर्मियों ने रोका तो वह हवाई अड्डे पर ही धरने पर बैठ गए। वहीं सीएम चरणजीत सिंह चन्नी भी लखनऊ एयरपोर्ट पहुंच गए हैं।