सीएम केजरीवाल ने पीएम नरेन्द्र मोदी को लिखी चिट्ठी, सुंदरलाल बहुगुणा को भारत रत्न देने की मांग की।

Parmod Kumar

0
683

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सुंदरलाल बहुगुणा को भारत रत्न देने की मांग करते हुए शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी में केजरीवाल ने पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा के संघर्षों के बारे में बताते हुए प्रधानमंत्री से अपील की है कि उन्हें भारत रत्न मिले।

सीएम अरविंद केजरीवाल ने इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी भी लिखी है. केजरीवाल ने इस चिट्ठी में लिखा है कि दिल्ली सरकार की ओर से मेरा आपसे निवेदन है कि सुंदरलाल बहुगुणा जी को भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित किया जाए. मैं उम्मीद करता हूं कि आप दिल्ली सरकार के इस निवेदन पर गौर करेंगे।

बीते दिनों सीएम केजरीवाल ने पीएम मोदी से की थी अपील

दरअसल बीते गुरुवार को स्व. सुंदरलाल बहुगुणा की याद में आयोजित कार्यक्रम में सीएम केजरीवाल ने प्रधानमंत्री से अपील करते हुए कहा था कि स्व. सुंदरलाल बहुगुणा को भारत रत्न से सम्मानित किया जाए. उन्होंने कहा था कि इस संबंध में प्रधानमंत्री को पत्र लिखूंगा. भले ही शरीर के रूप में स्व. बहुगुणा हमारे बीच में नहीं हैं, लेकिन उनका जीवन और संदेश हमेशा हमारे साथ रहेगा।

पर्यावरणविद की याद में बनाया गया स्मारक

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली सरकार की ओर से दिवंगत पर्यावरणविद की याद में एक स्मारक बनाया गया और उनकी तस्वीर का अनावरण किया गया. उन्होंने कहा कि उनके जीवन का एक-एक समय हमारे लिए और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगा. उन्होंने बहुत संघर्ष किया और अपनी पूरी जिंदगी समाज को दी है. वह केवल उत्तराखंड या भारत के लिए ही नहीं, पूरी दुनिया के प्रेरणा स्रोत थे. आज उन्हें पूरा विश्व याद करता है. उनके जीवन की सबसे बड़ी प्रेरणा पर्यावरण थी, जिसे आज सारी मानव जाति समझ रही है. हमारे लिए पर्यावरण कितना महत्वपूर्ण है।

 सुंदरलाल बहुगुणा को भारत रत्न से सम्मानित करने की रखी मांग

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि स्व. सुंदरलाल बहुगुणा ने अपनी गतिविधियों और आंदोलनों से जो संदेश दिया, उसे सब लोगों को पालन करना है. इस मौके पर केजरीवाल ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री से अपील की कि सुंदरलाल बहुगुणा को भारत रत्न से सम्मानित करें. इस संबंध में उन्होंने प्रधानमंत्री का पत्र लिखने की बात कही थी. अगर हम ऐसी व्यक्तित्व को भारत रत्न से सम्मानित करते हैं, तो भारत रत्न का मान सम्मान बढ़ेगा. उनको सम्मानित करने से देश के बच्चे-बच्चे तक उनका संदेश पहुंचता है।